राहुल ने ‘ओखी’ पीड़ितों का बांटा दर्द, कहा, शरीर से नहीं लेकिन आत्मा से था मौजूद
केरल के तिरुवनंतपुरम में राहुल गांधी ने ‘ओखी’ तूफान के पीड़ितों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि मछुआरों की हितों के लिए केंद्र में मंंत्रालय का गठन हो।
केरल में तिरुवनंतपुरम के पास पुन्थुरा में कांग्रेस के निर्वाचित अध्यक्ष राहुल गांधी ने ओखी तूफान के पीड़ितों से मुलाकात की। उन्होंने तूफान में मारे गए मछुआरों के परिजनों से मिलकर उनका दर्द बांटा। राहुल गांधी ने पीड़ितों से कहा, “मैं भले ही शारीरिक रूप से यहां नहीं था, लेकिन अपनी आत्मा से था।” उन्होंने कहा कि जिन लोगों को ओखी तूफान की वजह से अपनी जान गंवानी पड़ी उनके प्रति मैं श्रद्धांजलि व्यक्त करता हूं।
राहुल गांधी ने कहा कि देश के किसानों और मछुआरों की हालत लगभग एक जैसी है। उन्होंने कहा कि किसान और मछुआरे दोनों ही परेशानियों का सामना कर रहे हैं। कांग्रेस के निर्वाचित अध्यक्ष ने कहा कि अब समय आ गया है कि केंद्र में मछुआरों के लिए अलग मंत्रालय का गठन किया जाए, जो उनके हितों को देखे और उनकी सुरक्षा करे।
मछुआरों से मुलाकात के दौरान राहुल गांधी ने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह की त्रासदियों को बार-बार होने से रोकने के लिए बेहतर चेतावनी प्रणाली की जरूरत है। तूफान में मारे गए लोगों के परिजनों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों को प्राकृतिक आपदा से सबक लेने की जरूरत है।
29 और 30 नवंबर को केरल के तट पर आए ओखी तूफान की वजह से 95 मछुआरे लापता हो गए थे। तूफान में मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर 65 हो गई है। उधर केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को यह आश्वासन दिया है कि लापता मछुआरों की खोज के लिए सर्च ऑपरेशन जारी रहेगा।
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Published: 14 Dec 2017, 4:41 PM