सीबीएसई पेपर लीक: राहुल का पीएम पर तंज, सिब्बल ने कहा, शिक्षा व्यवस्था पर माफिया का कब्जा

सीबीएसई पेपर लीक के मुद्दे पर राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि पीएम को एग्जाम वॉरियर्स-2 किताब लिखनी चाहिए, ताकि पेपर लीक होने से परेशान छात्रों को तनाव से मुक्ति मिल सके।

फोटो: Twitter<a href="https://twitter.com/INCMaharashtra">@<b>INCMaharashtra</b></a>
फोटो: Twitter@INCMaharashtra

सीबीएसई पेपर लीक मामले पर मोदी सरकार चौतरफा घिर गई है। पूरे देश में इसे लेकर सरकार की कड़ी निंदा हो रही है। सीबीएसई पेपर लीक मामले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट कर कर पीएम मोदी पर तंज कसा। उन्होंने लिखा, “प्रधानमंत्री ने एग्जाम वॉरियर्स किताब लिखी, जो परीक्षा के दौरान छात्रों का तनाव दूर करने के लिए है। अब उन्हें एग्जाम वॉरियर्स-2 किताब लिखनी चाहिए, जिसमें पेपर लीक होने के कारण छात्रों और अभिभावकों का जीवन तबाह होने के बाद तनाव से मुक्ति दिलाने के बारे में लिखा हो।”

वहीं इस मुद्दे पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी सरकार की आलोचना की। उन्होंने पूछा कि इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री चुप क्यों हैं? उन्होंने यह मांग की कि पेपर लीक होने के मुद्दे पर पूरे देश के बच्चों से पीएम मोदी को माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जो सरकार प्रश्न-पत्र सुरक्षित नहीं रख सकती, वह देश की क्या सुरक्षा रखेगी। कपिल सिब्बल ने केंद्र सरकार पर शिक्षा माफिया से गंठजोड़ का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि शिक्षा व्यवस्था पर सरकार का नहीं, बल्कि शिक्षा माफिया का नियंत्रण है।

मीडिया से बात करते हुए कपिल सिब्बल ने केंद्र सरकार से पूछा, “सरकार को बताना चाहिए कि उसने सीबीएसई के प्रश्नपत्र बनाने के तरीके में बदलाव किसके दबाव में आकर किया है। प्रश्नपत्र तैयार करने के परंपरागत और सुरक्षित तरीके को किसके कहने पर असुरक्षित बनाया गया है। अगर सरकार का यह खुद का फैसला था तो उसे बताना चाहिए कि इसकी क्या जरूरत थी।”

सिब्बल ने कहा कि मोदी सरकार हर मोर्चे पर विफल है। बैंक डाटा, आधार डाटा समेत सभी डाटा लीक हो रहे हैं। सिब्बल ने यह भी कहा कि पहले एसएससी की परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक कर नौकरी की उम्मीद में मेहनत करने वाले युवाओं के साथ नाइंसाफी हुई और अब सीबीएसई की परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक हो गए हैं, जिससे लाखों छात्रों के भविष्य पर प्रश्नचिन्ह लग गया है।

कपिल सिब्बल ने कहा कि इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है कि सीबीएसई के 20 लाख छात्रों को एक ही पेपर के लिए दूसरी बार एग्जाम देना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि छात्रों की परेशानी दूर करने के बजाय सरकार उनकी परेशानी बढ़ा रही है। कपिल सिब्बल ने कहा कि मैं भी मानव संसाधन विकास मंत्री रह चुका हूं, लेकिन इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ कि अर्थशास्त्र और गणित के पेपर लीक हुए हों। सिब्बल ने कहा, “जब उन्हें अपनी डिग्री की रक्षा करनी होती है, तो जानकारी कभी लीक नहीं होती है। इसलिए सरकार जानती है कि सूचना की रक्षा कैसे की जाए, जो लीक नहीं करना चाहते हैं, वह बात लीक नहीं होती है।"

सीबीएसई पेपर लीक होने के विरोध में पूरे देश में छात्र सड़कों पर उतर गए हैं। लुधियाना, कानुपर और दिल्‍ली में छात्रों और अभिभावकों ने विरोध-प्रदर्शन किया और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग के साथ सीबीएसई की अध्यक्ष को निलंबित करने की मांग की।

दिल्ली में कुछ छात्र केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के घर के बाहर भी विरोध-प्रदर्शन करने पहुंचे, जिसके बाद प्रकाश जावड़ेकर के घर के पास धारा 144 लागू कर दी गई है।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia


Published: 30 Mar 2018, 6:07 PM