पीएम मोदी के लॉकडाउन 2 के फैसले पर प्रशांत किशोर ने उठाए सवाल, पूछा- क्या सरकार के पास है कोई प्लान-B ?
प्रशांत किशोर उर्फ पीके ने मंगलवार को किए एक ट्ववीट में केंद्र सरकार से सवाल पूछा है कि अगर प्रतिबंध का विस्तार अप्रभावी साबित होता है, तो क्या सरकार के पास कोई दूसरी योजना है। पीके ने यह ट्ववीट प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लॉकडाउन के विस्तार की घोषणा के तुरंत बाद किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा मंगलवार को लॉकडाउन के दूसरे चरण की घोषणा की गई। 21 दिनों की मियाद खत्म होते ही प्रधानमंत्री ने देशवासियों को एक बार फिर संबोधित किया। तस्वीरें तो पहले से ही साफ हो गई थी कि आखिर पीएम सुबह 10 बजे करने क्या वाले हैं ? यानी जो ऐलान पीएम ने सुबह 10 बजे किया था उसकी आहट पहले ही तमाम राजनेताओं के बयानबाजी, ट्वीट और सुझाव से होने लगी थी। प्रधानमंत्री ने 19 दिनों के और लॉकडाउन का ऐलान किया। यानी लॉकडाउन के दूसरे पार्ट में देश अगली 3 तारीख तक लॉकडाउन रहेगा। हालांकि पहले की तरह जरूरी सेवाएं जारी रहेंगी।
प्रधानमंत्री के इस ऐलान से कुछ तबका ऐसा भी था जो राहत की बात का इंतजार कर रहा था। वो गरीब सुबह से ही टीवी के आगे बैठे रहे कि हो सकता है हमारे लिए भी पीएम कुछ राहत पैकेज का ऐलान कर दे, लेकिन अफसोस वो नहीं हुआ जो वो चाह रहे थे, राहत पैकेज तो छोड़िए पीएम ने एक बार भी गरीबों, किसानों, मजदूरों को किस तरह की परेशानियां हो रही है इसबारे में जिक्र तक नहीं किया। ऐसे में अब केंद्र सरकार की आलोचना भी शुरू हो गई है।
चुनावी रणनीतिकार से राजनेता बने प्रशांत किशोर काफी वक्त से केंद्र सरकार द्वारा लागू लॉकडाउन की आलोचना करते रहे हैं। आज एक बार फिर प्रशांत किशोर ने सरकार से सवाल किया, 'अगर सरकार की लॉकडाउन संबंधी यह पाबंदियां कोरोना को रोक नहीं पाती हैं तो क्या सरकार के पास कोई दूसरी योजना है ? बिहार के सत्तारूढ़ दल के पूर्व सदस्य रहे प्रशांत किशोर ने केंद्र से सवाल किया कि क्या सरकार के पास कोरोना से लड़ने के लिए कोई प्लान बी है?
प्रशांत किशोर उर्फ पीके ने मंगलवार को किए एक ट्ववीट में केंद्र सरकार से सवाल पूछा है कि अगर प्रतिबंध का विस्तार अप्रभावी साबित होता है, तो क्या सरकार के पास कोई दूसरी योजना है। पीके ने यह ट्ववीट प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लॉकडाउन के विस्तार की घोषणा के तुरंत बाद किया। Covid19 महामारी की रोकथाम के लिए देश में घोषित लॉकडाउन के तौर-तरीकों को लेकर शुरू से ही प्रशांत किशोर मोदी सरकार की तीखी आलोचना करते रहे हैं। इससे पहले 8 अप्रैल को हैशटैग #DifficultTimesAhead के तहत एक ट्वीट में प्रशांत किशोर ने लिखा था, कोरोना महामारी की तरह सार्वजनिक स्वास्थ्य और आर्थिक संकट पर काबू पाने के लिए रामबाण के रूप में पुलिस के नेतृत्व में लागू किया गया सामान्यीकृत लॉकडाउन उनकी समझ से बाहर है।
गौरतलब है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार सुबह 10 बजे देश के नाम संबोधन में एक बार फिर देश के सामने रूबरू हुए और 3 मई तक लॉकडाउन के विस्तार की घोषणा की है। लॉकडाउन के विस्तार की घोषणा के दौरान प्रधानमंत्री ने यह भी रेखांकित किया कि अगले सात दिनों के लिए, देश के प्रत्येक जिले में सख्ती से निगरानी की जाएगी। आपको ये भी बता देते हैं कि ये घोषणा उस दिन की गई है जब देश में Covid19 मामलों में सबसे बड़ी छलांग लगाई है। आंकड़े बताते हैं कि पिछले 24 घंटों में देश में कुल 1,211 नए रोगियों का टेस्ट पॉजिटिव आने के साथ देश में कोरोनो वायरस के मामलों की कुल संख्या 10 के पार हो चुकी है।
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