लुलु मॉल में हनुमान चालीसा पढ़ने पहुंचे हिंदू संगठन के लोगों की पुलिस से झड़प, मॉल के भीतर अब लगा ये पोस्टर
एक हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को लुलु मॉल के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ भी जमकर झड़प हुई। पुलिस ने हल्का लाठी चार्ज कर सभी को हिरसत में ले लिया गया। इस घटना के बाद से मॉल की सुरक्षा और बढ़ा दी गई है।
थोड़ी शांति के बाद लखनऊ का लुलु माल शनिवार को फिर अशांत हुआ जब अपने को हिंदू संगठन करणी सेना के कार्यकर्ता बताने वाले आदित्य मिश्रा और उसके समर्थकों ने लुलु मॉल के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। जय श्रीराम, जय हनुमान के झंडे लेकर पहुंचे ये प्रदर्शनकारी देर तक हंगामा करते रहे। प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ भी जमकर झड़प हुई। पुलिस ने हल्का लाठी चार्ज कर सभी को हिरसत में ले लिया गया। इस घटना के बाद से मॉल की सुरक्षा और बढ़ा दी गई है। बताया गया है कि राष्ट्रीय हिन्दू रक्षक दल के कुछ लोग शनिवार दोपहर लुलु मॉल पहुंचे थे और नमाज के विरोध में हनुमान चालीसा पढ़ना चाह रहे थे। जिसके बाद हंगामा शुरू हुआ। पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया। इनमे बजरंग दल के लोग भी शामिल बताए जा रहे हैं।
खुलते ही विवाद में आ गया लुलु मॉल
लुलु मॉल के खुलने के साथ ही कई विवादों में रहा है। लोग इसलिए तो आ ही रहे हैं कि यह लखनऊ का सबसे बड़े मॉल है और इसमें बहुत कुछ ऐसा है जो और कहीं नहीं है। लोकप्रियता और आकर्षण के मामले में इसने शहीद पथ के ही दूसरे मॉल फीनिक्स पलासियो को पीछे छोड़ दिया है। हालांकि लोग हाल के सारे विवाद को व्यावसायिक प्रतिद्वंद्विता से भी जोड़कर देखने की जरूरत बता रहे हैं।
मॉल फिलहाल परिसर में नमाज पढ़े जाने की खबर के बाद हिन्दू संगठनों द्वारा सुंदरकांड का पाठ करने की चेतावनी के कारण चर्चा में है। हालांकि प्रशासन की सख़्ती, मॉल प्रबंधन की हिन्दू संगठनों के लोगों से मुलाकात के बाद मामला फिलहाल शांत पड़ गया दिख रहा है।
ताजा खबर यह है कि मॉल में अब किसी भी तरह की धार्मिक प्रार्थना या ऐसे आयोजन पर रोक लगा दी गई है। मॉल में जगह-जगह इस आशय के पोस्टर/नोटिस प्रबंधन की ओर से लगा दिए गए हैं। दरअसल हाल ही में सोशल मीडिया पर लुलु माल का एक वीडियो काफी चर्चा में रहा, जिसमें टोपी पहने हुए कुछ लोग मॉल के एक हिस्से में नमाज पढ़ते दिखाई दे रहे थे। हिन्दू संगठनों ने इस पर आपत्ति जताई थी और गुरुवार को हिन्दू महासभा के सदस्यों ने मॉल के सामने धरना प्रदर्शन कर मॉल के अंदर सुंदर कांड का पाठ करने का एलान भी किया।
हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने चेतावनी दी थी कि अगर मॉल के अंदर नमाज पढ़ी गई तो हमारे लोग भी यहां आकर सुंदर कांड का पाठ करेंगे। शिशिर का आरोप था जब यहां एक समुदाय के लोगों को नमाज पढ़ने की अनुमति दी जा रही है तो फिर हिन्दुओं को भी यहां पूजा-पाठ करने की छूट मिलनी चाहिए। हालांकि मॉल के महाप्रबंधक समीर वर्मा ने इस मामले को ठंडा करने की कोशिश करते हुए खेद भी जताया था और कहा था कि लुलु मॉल सभी धर्मों का आदर करता है। उन्होंने यह भी साफ किया था कि मॉल के अंदर किसी तरह के धार्मिक कार्य की इजाजत नहीं है। बाद में इस आशय के नोटिस भी मॉल में हर तरफ लगे दिखाई दिए।
हिंदू महासभा के नेता से मिला लुलु माल प्रबंधन
शिशिर चतुर्वेदी का कहना है कि मॉल में सुंदरकांड पाठ के ऐलान के बाद से ही प्रशासन उनके संपर्क में था। शुक्रवार की सुबह उन्हें नजरबंद करने के लिए प्रशासन के लोग आए और कार्यक्रम निरस्त करने का आग्रह किया। शिशिर ने बताया कि बाद में लुलु माल प्रबंधन के शीर्ष अधिकारी भी मिलने आए और पूरे प्रकरण पर खेद जताया। दोबारा ऐसा न होने देने का आश्वासन दिया। उनके साथ एडीसीपी दक्षिण राजेश श्रीवास्तव भी थे। शिशिर ने बताया कि उन्हें एक पोस्टर भी दिखाया गया। जिस पर लिखा था कि लुलु माल में किसी भी प्रकार से पूजा पाठ या नमाज नहीं पढ़ी जाएगी। यह माल सिर्फ मनोरंजन के लिए बना है।
शिशिर चतुर्वेदी का कहना है कि लुलु मॉल प्रबंधन के लोग अपने साथ मॉल कर्मचारियों की वह लिस्ट भी लाए थे, जिसको लेकर हमने लव जिहाद का आरोप लगाया था। कर्मचारियों की लिस्ट देखकर वह आश्वस्त हैं। बता दें कि हिन्दू संगठनों ने मॉल में कर्मचारियों की नियुक्ति को लेकर भी सांप्रदायिक आधार पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए लव जेहाद छेड़ने जैसे आरोप लगाए थे। मॉल प्रबंधन का कहना है कि वे प्रशासन के साथ सहयोग करते हुए परिसर में लगे कैमरे खंगाल रहे हैं। एडीसीपी दक्षिणी राजेश श्रीवास्तव ने भी कहा कि नमाज पढ़ने वालों को जल्द ही पहचान लिया जाएगा और सख्त कारवाई की जाएगी।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल मॉल में कुछ लोगों के नमाज पढ़ने का वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो हिंदू संगठनों ने इस पर एतराज जताया। हिंदू महासभा के नेता शिशिर चतुर्वेदी ने शुक्रवार को माल में शाम छह बजे सुंदरकांड पाठ करने का ऐलान करते हुए कहा था कि माल में जिस जगह नमाज पढ़ी गयी है, उसी जगह पर सुंदरकांड पाठ किया जाएगा। इसको लेकर सियासत गर्मा उठी। पुलिस ने शिशिर चतुर्वेदी को नजरबंद कर दिया। शुक्रवार को ही प्रशासन ने बीच का रास्ता निकाला। माल के मैनेजर समीर वर्मा, एडीसीपी दक्षिणी राजेश कुमार श्रीवास्तव के साथ शिशिर के घर पहुंचे और उनसे खेद जताया। इसके बाद हिंदू महासभा ने सुंदरकांड के पाठ का कार्यक्रम निरस्त कर दिया। बहरहाल माल की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है।
सुदरकांड का पाठ करने और नमाज पढ़ने पहुंचे कुछ युवक
इतना सब होने का बाद भी शुक्रवार की शाम तीन लोग माल में सुंदरकांड पाठ करने के लिए पहुंचे तो एक युवक नमाज पढ़ने पहुंच गया। शक होने पर सुरक्षा कर्मियों ने इन्हें रोका तो विवाद शुरू हो गया। मौके पर पहुंची सुशांत गोल्फ सिटी थाने की पुलिस ने चारों युवकों को हिरासत में ले लिया और शांतिभंग की कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया। इन युवकों में भदोही के सरोजनाथ योगी, जौनपुर के कृष्ण कुमार पाठक, इटावा (भरथना) के गौरव गोस्वामी शामिल थे, जो माल में सुंदरकांड का पाठ करने जा रहे थे। ये खुद को हिंदू समाज पार्टी का कार्यकर्ता बता रहे थे। नमाज पढ़ने के इरादे से आया युवक लखनऊ के सआदतगंज मोहल्ले का अरशद अली बताया गया है।
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