‘पद्मावत’ के विरोध में देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन और हिंसा, एमपी और राजस्थान की सरकारें पहुंची सुप्रीम कोर्ट
‘पद्मावत’ के विरोध में देश भर में चल रहे कई प्रदर्शनों के बीच फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग को लेकर मध्य प्रदेश और राजस्थान की सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
संजय लील भंसाली की फिल्म ‘पद्मावत’ को लेकर पूरे देश में विवाद बढ़ता चला जा रहा है। करणी सेना फिल्म पर पूरी तरह से रोक लगाने की मांग पर अड़ी हुई है, तो वहीं देश के ज्यादातर बीजेपी शासित राज्यों की सरकारें भी लगातार इस कोशिश में जुटी हुई हैं कि इस फिल्म पर कानूनी तरीके से कैसे रोक लगाई जाए। फिल्म ‘पद्मावत’ की रिलीज पर रोक लगाने की मांग को लेकर मध्य प्रदेश और राजस्थान की सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। दोनों राज्यों की सरकारों ने कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए सुप्रीम कोर्ट से अपने पिछले आदेश पर पुनर्विचार की गुजारिश की है। सुप्रीम कोर्ट ने याचिका स्वीकार कर ली है, और अब मंगलवार यानी 23 जनवरी को इस याचिका पर सुनवाई होगी। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म ‘पद्मावत’ के निर्माता की याचिका पर सुनवाई करते हुए मध्य प्रदेश और राजस्थान समेत चार राज्यों में फिल्म की रिलीज पर लगी रोक को हटा दिया था।
फिल्म ‘पद्मावत’ पर रोक लगाने की मांग को लेकर उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, मध्य प्रदेश और झारखंड समेत कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन जारी है। 21 जनवरी को चित्तौडगढ़ में सैकड़ों महिलाओं ने जौहर स्वाभिमान रैली निकाली। रैली के दौरान महिलाओं ने हाथों में तलवारें थाम रखी थीं। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर फिल्म ‘पद्मावत’ पर रोक नहीं लगाई गई तो वे जौहर करेंगी। उधर राजस्थान में करणी सेना ने यह चेतावनी दी है की राज्य के सिनेमाघरों में फिल्म को रिलीज नहीं होने देंगे।
करणी सेना ने 21 जनवरी को लखनऊ में फिल्म ‘पद्मावत’ का पोस्टर जलाकर विरोध-प्रदर्शन किया। उनकी मांग है कि फिल्म पर पूरी तरह से बैन लगाई जाए। प्रदर्शन के दौरान करणी सेना ने कहा कि वे सभी सिनेमाघरों के सामने प्रदर्शन करेंगे और उनसे यह आग्रह करेंगे कि इस फिल्म को अपने सिनेमाघर में न दिखाएं।
हरियाणा में भी फिल्म का विरोध जारी है। 21 जनवरी को कुरुक्षेत्र के केसल मॉल में फिल्म ‘पद्मावत’ के विरोध में फायरिंग और तोड़-फोड़ की गई। 2 दर्जन नकाबपोश बदमाशों ने मॉल में जमकर हंगामा किया। इससे पहले करणी सेना से जुड़े लोगों ने गुरुग्राम में हाईवे जामकर विरोध प्रदर्शन किया। कई टोल नाके भी जाम किए गए जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
झारखंड में भी फिल्म ‘पद्मावत’ का विरोध जारी है। यहां भी करणी सेना लगातार फिल्म का विरोध कर रहा है। रांची में 21 जनवरी को करणी सेना ने फिल्म का पोस्टर फाड़कर अपना विरोध जताया। प्रदर्शन के दौरान करणी सेना ने सिनेमाघरों के मालिकों को यह चेतवानी दी कि वे फिल्म को सेनामघरों में ना दिखाएं, और अगर ऐसा किया तो वो उग्र प्रदर्शन करेंगे।
इस बीच फिल्म ‘पद्मावत’ के निर्देशक संजय लीला भंसाली ने राजपूत करणी सेना और दूसरे राजपूत संगठनों को फिल्म देखने के लिए आमंत्रित किया है। करणी सेना के संरक्षक लोकेंद्र सिंह कल्वी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि फिल्म की रिलीज डेट निश्चित होने के बाद उन्हें फिल्म देखने के लिए आमंत्रित किए जाने से यह बात स्पष्ट हो गया है कि संजय लीला भंसाली की यह एक सुनियोजित चाल है।
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