महाराष्ट्र: विपक्ष का विधानसभा के बाहर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन, किसानों के लिए मुआवजे की मांग
फलों और सब्जियों की माला पहने कई विधायकों ने कहा कि हाल ही में हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसान बर्बाद हो गए हैं, लेकिन सत्तारूढ़ शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी-एनसीपी (एपी) की ओर से कोई मदद नहीं मिली है।
महाराष्ट्र विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान विपक्षी पार्टियों ने सदन के बाहर राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने नागपुर में विधानभवन के परिसर में किसानों के मुद्दे पर राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। यहां महाराष्ट्र विधानसभा का शीतकालीन सत्र चल रहा है।
एमवीए नेताओं में राज्य कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले, शिवसेना (यूबीटी) के विपक्ष के नेता अंबादास दानवे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (सपा) के अनिल देशमुख और अन्य विपक्षी विधायक शामिल थे। उन्होंने सरकार के खिलाफ नारे लगाए और किसानों के लिए न्याय की मांग की।
फलों और सब्जियों की माला पहने कई विधायकों ने कहा कि हाल ही में हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसान बर्बाद हो गए हैं, लेकिन सत्तारूढ़ शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी-एनसीपी (एपी) की ओर से कोई मदद नहीं मिली है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीमा कंपनियों को समृद्ध किया गया है जबकि किसानों को गरीबी में धकेल दिया गया है और वे बेबसी के आंसू बहा रहे हैं।
एमवीए नेताओं ने किसान समर्थक और सरकार विरोधी नारों वाली काली तख्तियां लहराई और सरकार से राज्य के 15 से अधिक जिलों में बुरी तरह प्रभावित हुए किसानों के "आँसू पोंछने" का आह्वान किया, ताकि उन्हें बर्बाद होने से बचाया जा सके।
नवंबर के अंत और इस महीने की शुरुआत में महाराष्ट्र के कई हिस्सों में बेमौसम बारिश/ओलावृष्टि हुई थी, जिससे अनुमानित 1.25 लाख हेक्टेयर में खड़ी फसलें बर्बाद हो गईं। दाल, अनाज, सब्जियों, फलों और नकदी फसलों की खड़ी फसलें इससे प्रभावित हुईं।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
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