महाराष्ट्र चुनाव: रितेश देशमुख बोले- जो लोग धर्म के खतरे में होने का दावा करते हैं, असल में उनकी पार्टी ही खतरे में है
अभिनेता ने कहा कि राज्य के शिक्षित युवाओं के पास नौकरी नहीं है और उन्हें रोजगार उपलब्ध कराना सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि किसानों को अपनी उपज की अच्छी कीमत नहीं मिल रही है।
बॉलीवुड अभिनेता रितेश देशमुख ने अपने भाई धीरज देशमुख के पक्ष में चुनाव प्रचार करते हुए कहा कि लोग दावा करते हैं कि धर्म खतरे में हैं, लेकिन हकीकत मेंउनकी पार्टी ही खतरे में है और वे उसे बचाने के लिए धर्म की दुहाई दे रहे हैं।
रितेश लातूर में धीरज के लिए प्रचार कर रहे थे। धीरज महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में लातूर (ग्रामीण) सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के रमेश कराड के खिलाफ मैदान में हैं।
रितेश ने रविवार रात एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा , ‘‘भगवान कृष्ण ने कहा था कि कर्म ही धर्म है। जो व्यक्ति ईमानदारी से काम करता है, वह अपना धर्म निभा रहा होता है। जो ईमानदारी से काम नहीं करता है, उसे धर्म की आड़ की जरूरत होती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जो लोग कहते हैं कि उनका धर्म खतरे में है, दरअसल उनकी पार्टी ही खतरे में है और वे अपनी पार्टी और खुद को बचाने के लिए अपने धर्म की दुहाई दे रहे हैं। उनसे कहिए कि हम अपना धर्म संभाल लेंगे, आप पहले विकास की बात कीजिए।’’
अभिनेता ने कहा कि राज्य के शिक्षित युवाओं के पास नौकरी नहीं है और उन्हें रोजगार उपलब्ध कराना सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि किसानों को अपनी उपज की अच्छी कीमत नहीं मिल रही है।
रितेश ने धीरज के 2019 का विधानसभा चुनाव 1.21 लाख वोटों के अंतर से जीतने का जिक्र करते हुए लोगों से इतने बड़े पैमाने पर मतदान करने की अपील की कि विपक्षी प्रत्याशी की जमानत जब्त हो जाए।
रितेश ने युवाओं से अपने वोट के महत्व को पहचानने का आग्रह किया। उन्होंने महाराष्ट्र की पहचान और प्रत्येक नागरिक के सम्मान एवं अधिकारों की रक्षा करने की आवश्यकता पर बल दिया।
पीटीआई के इनपुट के साथ
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia