मध्य प्रदेशः बीजेपी को मिल रहा था मुफ्त में पेट्रोल-डीज़ल, चुनाव आयोग ने सील कर दिए ऐसे तीन पेट्रोल पंप
विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान मध्य प्रदेश में सत्ताधारी बीजेपी द्वारा चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का बड़ा मामला सामने आया है। चुनाव आयोग ने राज्य के तीन पेट्रोल पंपों को बीजेपी की चुनावी गाड़ियों को मुफ्त में तेल बांटने के आरोप में सील कर दिया है।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अपना सारा जोर लगा दिया है। चुनाव जीतने के लिए हर हथकंडे अपना रही बीजेपी ने अब आदर्श चुनाव आचार संहिता की भी धज्जियां उड़ानी शुरू कर दी है। ताजा मामला राज्य के पेट्रोल पंप से मुफ्त में तेल लेने का है। दरअसल चुनाव आयोग ने राज्य के तीन बड़े पेट्रोल पंपों को बीजेपी की चुनावी गाड़ियों को मुफ्त में तेल देने के आरोप में सील कर दिया है। आयोग ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए इनमें से एक पंप का लाइसेंस भी रद्द कर दिया है। आरोप है कि ये पेट्रोल पंप सिर्फ बीजेपी ही नहीं एसपी के चुनाव प्रचार में इस्तेमाल हो रही गाड़ियों को भी मुफ्त में तेल दे रहे थे। जिन तीन पेट्रोल पंपों पर कार्रवाई की गई है उनमें से दो बालाघाट और एक भोपाल में स्थित है।
दरअसल चुनाव आयोग को राज्य के तीन पेट्रोल पंपों द्वारा बीजेपी की चुनावी गाड़ियों को मुफ्त में तेल बांटने की सूचना मिली थी। सूचना मिलने पर आयोग की टीम ने पूरे मामले की जांच की। जांच में पता चला कि बालाघाट में कुछ पेट्रोल पंप बीजेपी उम्मीदवार के चुनाव प्रचार में शामिल गाड़ियों को मुफ्त में तेल उपलब्ध करा रहे हैं। आयोग की टीम ने जब एक पंप के रिकॉर्ड्स और अकाउंट बुक की जांच की तो पाया कि उनमें बड़े पैमाने पर पेट्रोल की बिक्री का कोई लेखा-जोखा मौजूद नहीं है। इसके बाद पेट्रोल पंप मैनेजर के खिलाफ मामला दर्ज कर पंप को सील कर दिया गया।
इसके बाद आयोग की टीम ने बालाघाट के ही एक दूसरे पेट्रोल पंप पर दबीश दी। जांच में खुलासा हुआ कि यहां से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के चुनाव प्रचार में लगी मोटरसाइकिलों को मुफ्त में पेट्रोल दिया जा रहा था। आरोपों के दायरे में आया तीसरा पेट्रोल पंप राजधानी भोपाल के बेरसिया में स्थित है। पेट्रोल पंप की जांच में पता चला कि यहां भी सत्तारूढ़ बीजेपी उम्मीदवार के चुनावी अभियान में शामिल गाड़ियों को मुफ्त में पेट्रोल बांटा जा रहा था। आयोग की जांच में खुलासा हुआ कि करीब 30 गाड़ियों से बिना पैसे लिए पेट्रोल और डीजल दिया गया। आयोग ने कार्रवाई करते हुए पंप को सील कर दिया और उसका लाइसेंस भी रद्द कर दिया।
मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त वीएल कंठा राव ने पुष्टी करते हुए कहा कि बालाघाट में सील किये गए दो पेट्रोल पंप चुनाव प्रचार में शामिल दो पार्टियों की गाड़ियों को मुफ्त तेल दे रहे थे। बता दें कि राज्य विधानसभा चुनाव के लिए 28 नवंबर को मतदान होने हैं। आज चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है। ऐसे में राज्य में जबरदस्त सत्ता विरोधी लहर झेल रही सत्तारूढ़ बीजेपी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती, जिसकी बानगी चुनाव आचार संहिता के उंल्लंघन के रूप में देखने को मिल रही है।
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