मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ बोले- असफलता से डरने, सफलता से मोहित होने की जरूरत नहीं
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने समय के महत्व को समझने, हर पल नया सीखने के लिए तैयार रहने और विफलताओं से सीखने के लिए हमेशा तैयार रहने पर जोर दिया है। उन्होंने साथ ही कहा है कि असफलताओं से न तो डरने की जरूरत है और सफलताओं से मोहित होने की भी जरूरत नहीं है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने समय के महत्व को समझने, हर पल नया सीखने के लिए तैयार रहने और विफलताओं से सीखने के लिए हमेशा तैयार रहने पर जोर दिया है। उन्होंने साथ ही कहा है कि असफलताओं से न तो डरने की जरूरत है और सफलताओं से मोहित होने की भी जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए अपने ब्लॉग में लिखा है, "नववर्ष 2020 का शुभारम्भ हो रहा है। वर्ष 2019 स्मृति में अंकित हो गया है। हम सब नववर्ष की सुबह का स्वागत आशाओं, उत्साह और सकारात्मक ऊर्जा के साथ करें। हर पल नया सीखने के लिए तैयार रहें और विफलताओं से सीखने के लिए तो हमेशा तैयार रहें। ख्याल रहे कि असफलताएं और कुछ नहीं, बल्कि आधे-अधूरे मन से किए गए प्रयासों का फल हैं। सफलता एक सापेक्ष वस्तु है। कई बार ईमानदार और भरपूर प्रयासों के बावजूद यह दूर रहती है। इसलिए हमेशा उत्कृष्टता की तलाश करें।"
उन्होंने एक उर्दू शेर को साझा करते हुए लिखा, "मुझे शास्त्रीय उर्दू शायरी का एक नायाब शेर याद आता है, जिसमें शायर अल्ताफ हुसैन हाली कहते हैं -है जुस्तजू कि खूब से है खूबतर कहां? अब ठहरती है देखिए जा कर नजर कहां?"
इसका सीधा अर्थ है कि हमेशा उत्कृष्टता की तलाश में रहें और इसे हासिल करने के लिए बिना थके आगे बढ़ते रहें।
कमलनाथ आगे लिखते हैं, "असफलताओं से डरने और सफलताओं से मोहित होने की जरूरत नहीं। हम तभी असफल होते हैं, जब हम बदलते समय के साथ तालमेल रखने में असफल होते हैं। समय कठोर होता है। वह आपकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति या भौगोलिक पहचान की परवाह नहीं करता। किसी के लिए नहीं रुकता। समय एकमात्र कीमती चीज है, जो हर किसी के पास है, लेकिन कुछ ही लोगों के पास इसका उपयोग करने का विवेक होता है।"
उन्होंने आह्वान किया, "नए साल में, समय के बेहतर और रचनात्मक उपयोग के प्रति संवेदनशील होने का संकल्प लें। हर पल का सम्मान करें और समय का प्रबंधन सीखें। हम अच्छे या बुरे समय का आकलन कर सकते हैं। हम उज्जवल भविष्य की अच्छी से अच्छी कल्पना कर सकते हैं। हम अपनी विचार प्रक्रिया में वर्तमान समय से आगे की सोच सकते हैं, लेकिन सच यह है कि हमें समय के साथ ही चलना है। चाहे विद्यार्थी हों, किसान हों, व्यापारी हों, अमीर या गरीब हों, किसी भी पद पर हों, आपको समय के साथ कदमताल करना होगा।"
समय का महत्व बताते हुए कमलनाथ ने लिखा है, "हम समय नहीं देख सकते। इसे सिर्फ महसूस करते हैं। शास्त्रों में कहा गया है कि समय हर जख्म भर देता है। सबके पास अच्छे समय की अपनी सोच है। लोग अपनी खुशियों के लिए हजारों खर्च करते हैं, लेकिन समय का सदुपयोग करने वालों को खुशियां स्वाभाविक रूप से मिलती हैं।"
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