लोकसभा चुनाव: सतारा लोकसभा सीट पर टिकट के कई दावेदार, ‘महायुति’ के सहयोगियों में खींचतान शुरू!
भोसले के साथ अपनी मुलाकात पर बुधवार को यहां पत्रकारों से बात करते हुए फडणवीस ने कहा, “मैं उदयनराजे भोसले से मिला और हमने बातचीत की। पार्टी द्वारा (उम्मीदवारों की) सूची जारी करने के बाद सभी चीजें साफ हो जाएंगी।”
महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के सहयोगियों के लिए राज्य में सतारा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में उम्मीदवार का चयन चुनौती बन सकता है क्योंकि बीजेपी के राज्यसभा सदस्य उदयनराजे भोसले सहित सहयोगी दलों के नेता इस सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जता रहे हैं।
भोसले ने सोमवार रात उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की। पूर्व सांसद को सतारा लोकसभा सीट पर पार्टी की तरफ से प्रबल दावेदार बताया जा रहा है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना की सतारा जिला इकाई के अध्यक्ष पुरूषोत्तम जाधव भी हालांकि सतारा से टिकट चाहते हैं। जाधव ने कहा कि चूंकि उनकी पार्टी (अविभाजित शिवसेना) परंपरागत रूप से इस सीट से चुनाव लड़ती रही है, इसलिए वह इस संसदीय क्षेत्र के लिए महायुति की स्वाभाविक पसंद हैं।
भोसले के साथ अपनी मुलाकात पर बुधवार को यहां पत्रकारों से बात करते हुए फडणवीस ने कहा, “मैं उदयनराजे भोसले से मिला और हमने बातचीत की। पार्टी द्वारा (उम्मीदवारों की) सूची जारी करने के बाद सभी चीजें साफ हो जाएंगी।”
भोसले पहले अविभाजित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में थे और उसके उम्मीदवार के रूप में दो लोकसभा चुनाव जीते थे। हालांकि, 2019 के लोकसभा चुनाव जीतने के तुरंत बाद उन्होंने पार्टी छोड़ दी और बीजेपी में शामिल हो गए। उस वर्ष महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के साथ हुए लोकसभा उपचुनाव में, बीजेपी सतारा सीट एनसीपी के श्रीनिवास पाटिल से हार गई। भोसले बाद में बीजेपी के राज्यसभा सदस्य बने।
फडणवीस के करीबी सहयोगी सतारा से नरेंद्र पाटिल ने भी सोमवार को भोसले से मुलाकात की। लेकिन बैठक में वास्तव में क्या बात हुई, इसका पता नहीं चल सका।
बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता और राज्य मंत्री गिरीश महाजन ने भी मंगलवार को सतारा शहर में भोसले के आवास पर उनसे मुलाकात की। इससे पहले उन्होंने भोसले के रिश्तेदार और बीजेपी विधायक शिवेंद्रराजे भोसले से मुलाकात की थी।
पत्रकारों से बात करते हुए महाजन ने कहा, “शिवेंद्रराजे और मैंने लोकसभा चुनावों पर कुछ समय तक बात की। उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया कि उन्हें लोकसभा चुनाव लड़ने में कोई रुचि नहीं है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि वह बीजेपी द्वारा दिए गए उम्मीदवार के लिए काम करेंगे।” उदयनराजे और शिवेंद्रराजे के बीच रिश्ते तनावपूर्ण हैं।
सूत्रों ने कहा कि पिछले साल एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार का हिस्सा बनी अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने भी सतारा निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि पार्टी वर्ष से इस सीट पर चुनाव लड़ रही है और जीत रही है।
उन्होंने बताया कि महाजन ने उदयनराजे भोसले से पूछा है कि क्या वह एनसीपी के टिकट पर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना पसंद करेंगे, लेकिन भोसले ने इससे इनकार कर दिया।
पीटीआई के इनपुट के साथ
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