जोशीमठ : रक्षा राज्यमंत्री की जोशीमठ आर्मी बेस में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक, प्रभावित लोगों से की मुलाकात
चमोली जिले में चीन सीमा के सबसे करीबी नगर जोशीमठ के अस्तित्व पर भू धंसाव ने संकट खड़ा कर दिया है। भवनों, दुकानों, सड़कों आदि में आ रही दरारों से हर किसी के रात-दिन खौफ के साए में कट रहे हैं।
उत्तराखंड के जोशीमठ में हालात बिगड़ते चले जा रहे हैं। जिसे देखते हुए रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने जोशीमठ में क्षेत्र के हालात को लेकर आर्मी बेस में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के बाद अजय भट्ट ने सुनील वॉर्ड में प्रभावित लोगों से मुलाकात की और उन्हें हर संभव मदद का भरोसा जताया। अजय भट्ट ने लोगों से कहा कि केंद्र और राज्य सरकार युद्धस्तर पर काम कर लोगों को आपदा से निकाल रहे हैं।
रक्षा राज्यमंत्री का दौरा बेहद खास माना जा रहा है क्योंकि यहां से मात्र 90 किलोमीटर की दूरी पर चीन से लगी सीमा है। साथ ही सेना की ब्रिगेड भी है जो वास्तविक नियंत्रण रेखा पर निगरानी करती है। जोशीमठ में आईटीबीपी की एक बटालियन भी तैनात है। औली और आस-पास के तमाम सीमा रेखा की निगरानी सेना और आईटीबीपी मिलकर करती हैं। पिछले साल ही इंडियन आर्मी ने अमेरिकी सेना के साथ तपोवन में एक बड़ा युद्ध अभ्यास किया था, जिसको लेकर चीन ने विरोध जताया था।
चमोली जिले में चीन सीमा के सबसे करीबी नगर जोशीमठ के अस्तित्व पर भू धंसाव ने संकट खड़ा कर दिया है। भवनों, दुकानों, सड़कों आदि में आ रही दरारों से हर किसी के रात-दिन खौफ के साए में कट रहे हैं। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक हर चेहरे पर डर का भाव देखा जा सकता है। वहीं, जिला प्रशासन की हिदायत पर रिहायशी इलाकों के लोग घर खाली करके जा चुके हैं। बहुत सारे लोग अभी भी सामान समेट रहे हैं। ये लोग जोशीमठ छोड़कर जाने की तैयारी में हैं।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
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