कोराना वायरस : विदेश में फंसे 454 भारतीय स्वदेश लौटे, सेना के कैंप में किया गया शिफ्ट
कोरोना वायरस प्रभावित देश इटली के मिलान से लाए गए कुल 218 लोगों को देश की राजधानी के आईटीबीपी कोरंटाइन सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया है।
कोरोना वायरस प्रभावित देश इटली के मिलान से लाए गए कुल 218 लोगों को देश की राजधानी के आईटीबीपी कोरंटाइन सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया है। ये लोग रविवार सुबह इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे थे। इटली से लाए गए लोगों को पश्चिमी दिल्ली के छावला में बने भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) केंद्र तक बस में लाया गया। सुबह करीब 10 बजे दिल्ली पहुंचने के बाद हवाई अड्डे पर उनकी प्राथमिक मेडिकल जांच की गई, उनके सामान को सेनिटाइज किया गया।
आपको बता दें, इटली से लाए गए 218 भारतीयों में मिलान में पढ़ने वाले 211 छात्र शामिल हैं। एक अधिकारी ने कहा कि इन सभी को आईटीबीपी के कोरंटाइन सेंटर में अगले 14 दिनों के लिए कड़ी चिकित्सा निगरानी में रखा जाएगा। इससे पहले सुबह विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने ट्वीट कर जानकारी दी थी, "दिल्ली में मिलान से आए 211 छात्र समेत 218 भारतीय यहां पहुंचे हैं। इन सभी को 14 दिन तक आइसोलेशन में रखा जाएगा। भारत सरकार हर भारतीय नागरिक तक पहुंचने के लिए प्रतिबद्ध है। हम इटली सरकार की उनके सहयोग के लिए सराहना करते हैं।"
गौरतलब है कि कोरोना प्रभावित मिलान में फंसे लोगों को निकालने के लिए सरकार ने एयर इंडिया का विशेष विमान भेजा था। इटली में भारत के दूतावास ने रविवार को ट्वीट किया, "मिलान से 211 छात्र और 7 अन्य नागरिक एयर इंडिया के विमान से रवाना हुए हैं। उन सभी को धन्यवाद, जिन्होंने इस मुश्किल समय में मदद की। एयर इंडिया की टीम और इटली के अधिकारियों को विशेष तौर पर धन्यवाद। उत्तर इटली में हम सभी भारतीयों की सुरक्षा के लिए काम करते रहेंगे।"
जिसके जबाव में विदेश मंत्री ने भारत के महावाणिज्य दूत बिनॉय जॉर्ज को धन्यवाद देते हुए ट्वीट किया, "धन्यवाद, जॉर्ज बिनॉय, ऐसा अच्छा काम आगे भी जारी रखें।" इस विशेष विमान ने शनिवार दोपहर को नई दिल्ली से उड़ान भरी थी। इससे पहले कोरोना वायरस की बुरी मार झेल रहे ईरान में फंसे 236 भारतीयों को रविवार करीब सुबह 9 बजे वापस भारत लाया गया। इसमें से 133 छात्र और 103 तीर्थयात्री शामिल हैं। ईरान से लाए गए सभी 236 भारतीयों को राजस्थान के जैसलमेर लाया गया। इन्हें इंडियन आर्मी वेलनेस सेंटर में कोरंटाइन किया गया। भारतीय सेना ने बताया कि भारतीय नागरिकों को कुशल चिकित्सा अधिकारियों की देखरेख में अनिवार्य अवधि में निगरानी में रखा जाएगा। सैनिक विदेशों से लौट रहे हमारे देशवासियों को देखभाल और सहायता प्रदान करने के लिए तैनात हैं।
बता दें कि 44 भारतीय तीर्थयात्रियों का दूसरा जत्था शुक्रवार को ईरान से लाया गया था। वहीं पहला जत्था मंगलवार को भारत आया था। बता दें कि चीन के बाद वायरस का भयंकर प्रकोप झेल रहे देशों में ईरान भी शामिल है। यहां अभी तक कोरोना वायरस से 611 लोगों की मौत हो गई है। 12,729 लोग वायरस से संक्रमित पाए गए हैं।
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