पिछले 10 वर्षों में बीजेपी न तो धर्मनिरपेक्ष रही न ही सभ्य, कपिल सिब्बल बोले- भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश...

कपिल सिब्बल ने कहा, यूसीसी कोई ऐसा मुद्दा नहीं है जिसके बिना देश प्रगति नहीं कर सकता और कहा कि जब कोई सभी को साथ लेकर चलेगा तो देश प्रगति करेगा।

हेराल्ड हाऊस में पत्रकारों से बात करते हुए कपिल सिब्बल / फोटो : कौमी आवाज
हेराल्ड हाऊस में पत्रकारों से बात करते हुए कपिल सिब्बल / फोटो : कौमी आवाज
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नवजीवन डेस्क

राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘‘धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता’’ वाली टिप्पणी को लेकर शुक्रवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पिछले 10 वर्षों में न तो धर्मनिरपेक्ष रही है और न ही सभ्य।

निर्दलीय सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि एक धर्मनिरपेक्ष और सभ्य देश समय की जरूरत है।

मोदी की टिप्पणियों का जिक्र करते हुए सिब्बल ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘इस देश में एक धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता...सांप्रदायिक नागरिक संहिता के तहत 75 साल बिताए। पिछले 10 वर्षों में, बीजेपी न तो 'धर्मनिरपेक्ष' रही है और न ही सभ्य।’’


उन्होंने बाद में संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री ने लाल किले से अपने भाषण में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) की बात की थी, लेकिन यह नहीं बताया कि वह किस कानून के बारे में बात कर रहे थे।

उनके मुताबिक, भारत का संविधान कहता है कि यह एक धर्मनिरपेक्ष देश है और बीजेपी को न केवल अपने भाषणों में बल्कि कार्यों में भी धर्मनिरपेक्षता अपनानी चाहिए।

सिब्बल ने कहा, यूसीसी कोई ऐसा मुद्दा नहीं है जिसके बिना देश प्रगति नहीं कर सकता और कहा कि जब कोई सभी को साथ लेकर चलेगा तो देश प्रगति करेगा।

पीटीआई के इनपुट के साथ

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