झारखंड में हेमंत सोरेन की वापसी तय, बीजेपी पिछले प्रदर्शन को दोहराने में भी नाकाम!

बीजेपी का चुनावी मुद्दा संथाल परगना क्षेत्र से ‘‘घुसपैठियों’’ को बाहर निकालना था, लेकिन यह जेएमएम द्वारा खेले गए ‘आदिवासी’ कार्ड के सामने फीका पड़ गया। इसके अलावा जेएमएम को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के कारण लोगों की सहानुभूति भी मिली।

हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाला गठबंधन झारखंड में सत्ता बरकरार रखने की ओर अग्रसर
हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाला गठबंधन झारखंड में सत्ता बरकरार रखने की ओर अग्रसर
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नवजीवन डेस्क

हेमंत सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के नेतृत्व वाला गठबंधन झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा की 50 से ज्यादा सीट पर बढ़त के साथ सत्ता बरकरार रखने की ओर अग्रसर है।

आक्रामक प्रचार अभियान के बाद राज्य में जीत की अपनी संभावनाओं को लेकर आश्वस्त दिख रहे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का प्रदर्शन उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा। खबर लिखे जाने तक एनडीए 23 सीट पर आगे है।

बीजेपी का चुनावी मुद्दा संथाल परगना क्षेत्र से ‘‘घुसपैठियों’’ को बाहर निकालना था, लेकिन यह जेएमएम द्वारा खेले गए ‘आदिवासी’ कार्ड के सामने फीका पड़ गया। इसके अलावा जेएमएम को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के कारण लोगों की सहानुभूति भी मिली।

निर्वाचन आयोग के ताजा आंकड़ों के अनुसार, जेएमएम 31 सीट पर, कांग्रेस 14 सीट पर, आरजेडी (राष्ट्रीय जनता दल) चार सीट पर और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन एक सीट पर आगे है।


बीजेपी 21 सीट पर आगे है, जबकि आजसू (ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन) पार्टी, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) और जनता दल-यूनाइटेड (जेडीयू) एक-एक सीट पर आगे हैं।

मुख्यमंत्री बरहेट सीट पर 17,000 से अधिक मतों से आगे हैं, उनकी पत्नी कल्पना सोरेन गांडेय सीट से आगे चल रही हैं।

बीजेपी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी धनवार सीट पर आगे हैं, पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन सरायकेला में जीत के करीब हैं और विपक्ष के नेता अमर कुमार बाउरी चंदनकियारी सीट पर पीछे हैं।

कांग्रेस के मंत्री बन्ना गुप्ता जमशेदपुर पश्चिम सीट पर जेडीयू के सरयू राय से पीछे हैं। रांची में, बीजेपी के सी पी सिंह जेएमएम नेता एवं राज्यसभा सदस्य महुआ माझी से आगे हैं।

आजसू पार्टी प्रमुख सुदेश महतो सिल्ली से पीछे हैं। आरजेडी चार सीटों पर आगे है। आरजेडी को 2019 में केवल चतरा सीट पर जीत मिली थी।

चुनाव में कुल 1,211 उम्मीदवार मैदान में थे। चुनाव में 67.74 प्रतिशत मतदान हुआ था जो 2000 में राज्य का गठन होने के बाद से सबसे अधिक है। विधानसभा चुनाव दो चरण में 13 और 20 नवंबर को हुआ था। पहले चरण में 43 सीट पर और दूसरे चरण में 38 सीट पर मतदान हुआ था।

पीटीआई के इनपुट के साथ

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