रांची में फ्लाईओवर और रोड कनेक्टिविटी की 3,264 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण, जानें क्या बोले CM सोरेन
सीएम सोरेन ने कहा विकास की प्रक्रिया में सभी की सहभागिता से ही हम चीजों को बेहतर कर सकते हैं। उन्होंने रांची में बदलते पर्यावरण पर चिंता जताते हुए कहा कि एक समय रांची में रात को एसी और पंखा चलाने की जरूरत नहीं पड़ती थी।
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को रांची में कांटा टोली-बहु बाजार के बीच नवनिर्मित फ्लाईओवर का उद्घाटन किया। इसके साथ ही उन्होंने रोड कनेक्टिविटी बढ़ाने वाली 3,264 करोड़ की 31 योजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास भी किया। इनमें रांची में बिरसा चौक-धुर्वा गोल चक्कर फोर लेन स्मार्ट पथ और धनबाद में कांको चौक-विनोद बिहारी चौक-गोल बिल्डिंग आठ लेन रोड प्रमुख हैं।
सीएम ने जिस कांटा टोली-बहु बाजार के बीच 2.24 किलोमीटर लंबे फ्लाईओवर का उद्घाटन किया, उसका इंतजार रांची के लोग लंबे समय से कर रहे थे।
इसकी योजना 2016 में ही बनी थी, लेकिन वर्ष 2022 में इस पर काम शुरू हुआ। 224.94 करोड़ की लागत से निर्मित इस फ्लाईओवर के उद्घाटन के बाद सीएम सोरेन ने इस पर खुद गाड़ी ड्राइव की और इसका वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया।
इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि रांची शहर में विकास योजनाओं के लिए जमीन अधिग्रहण कठिन कार्य है। जब तक सभी का सहयोग नहीं मिलेगा, यह काम पूरा नहीं हो सकता है। राजधानी बनने के साथ यहां यातायात की समस्या बढ़ी है। बहुत सारे कार्य पहले ही शुरू हो जाने चाहिए थे, मगर अब देर से सही दिशा में काम शुरू हुए हैं। हमारी सरकार लंबी सोच के तहत काम कर रही है।
सीएम सोरेन ने कहा विकास की प्रक्रिया में सभी की सहभागिता से ही हम चीजों को बेहतर कर सकते हैं। उन्होंने रांची में बदलते पर्यावरण पर चिंता जताते हुए कहा कि एक समय रांची में रात को एसी और पंखा चलाने की जरूरत नहीं पड़ती थी। आज स्थिति बिल्कुल अलग है। पेड़ों की कटाई कर शहर में बड़े-बड़े भवन बन रहे हैं। पेड़ लगाने के नाम पर भी खानापूर्ति हो रही है। लोग गेंदा और गुलाब के पौधे लगा रहे हैं, लेकिन इतने से पर्यावरण नहीं सुधरेगा। पर्यावरण को बचाना है तो पीपल और नीम के पेड़ लगाने होंगे।
इस मौके पर केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, मंत्री बन्ना गुप्ता, सांसद डॉ. महुआ माजी, विधायक सीपी सिंह, कल्पना सोरेन सहित कई महत्वपूर्ण लोग उपस्थित रहे।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
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