राफेल विमानों की कीमत को लेकर क्या मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से झूठ बोला?
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल डील पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद सवाल उठाते हुए कहा कि पूरा हिंदुस्तान समझता है कि चौकीदार चोर है। उन्होंने कहा कि जिस दिन राफेल पर जांच हो गई, उस दिन दो नाम निकलेंगे- अनिल अंबानी और नरेंद्र मोदी।
राफेल विमानों की कीमत को लेकर क्या मोदी सरकार ने शपथ पत्र देकर सुप्रीम कोर्ट में झूठा बोला? आखिर इस मामले की संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने से क्यों बच रही है मोदी सरकार? ये वह मुख्य सवाल हैं जो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद उठाए हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को राफेल मामले में अपना फैसला सुनाते हुए उन सारी याचिकाओं को खारिज कर दिया, जिनमें इस सौदे की जांच कराने की मांग की गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने राफेल विमानों की कीमत के बारे में जो फैसला सुनाया है उसका आधार सुप्रीम कोर्ट के फैसले में यह दिया गया है कि चूंकि विमानों की कीमत सीएजी यानी महालेखा नियंत्रक के पास हैं और सीएजी ने कीमत की रिपोर्ट संसद की लोकलेखा समिति यानी पीएसी को सौंपी है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने देर शाम प्रेस कांफ्रेस कर यही सवाल उठाया कि सीएजी ने तो राफेल की कीमतों के लेकर कोई रिपोर्ट पीएसी को दी ही नहीं है, तो मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में आखिर ऐसा क्यों कहा?
राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस की शुरुआत में पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा, “हम तो लगातार प्रेस कांफ्रेंस करते रहते हैं, लेकिन देश के प्रधानमंत्री प्रेस कांफ्रेंस नहीं करते हैं। वे देश की मीडिया के सामने कभी नहीं आते, क्योंकि उनकी पोल खुल जाएगी।” उन्होंने कहा, ‘हम काफी समय से राफेल विमानों के सौदे में भ्रष्टाचार की बात कर रहे हैं। हमारे तीन-चार सवाल हैं। एक सवाल है कि 526 करोड़ के विमान को 1680 करोड़ में क्यों खरीदा गया? इस विमान को भारत में बनाने का 30,000 करोड़ का ठेका एचएएल से छीनकर अनिल अंबानी को क्यों दिया गया?”
राहुल गांधी ने कहा कि एचएएल के पास जमीन, प्रतिष्ठान और अनुभव सबकुछ है, फिर भी उससे ठेका छीन लिया गया, युवाओं से रोजगार छीन लिया गया। उन्होंने कहा कि जब पीएम ने फ्रांस में इस सौदे का ऐलान किया था तो तत्कालीन रक्षा मंत्री का बयान था कि उन्हें इस सौदे की जानकारी नहीं है, पीएम ही बता सकते हैं। राहुल गांधी ने फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बयान को याद दिलाते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि विमान का ऑफसेट कांट्रेक्ट अनिल अंबानी की कंपनी को देने के लिए पीएम मोदी ने कहा था।
राहुल गांधी ने कहा कि हम देश के सामने यही सवाल रख रहे हैं, जिसका जवाब सरकार को देना है। राहुल गांधी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले की मुख्य बातें पढ़कर सुनाते हुए कहा कि कोर्ट के फैसले का आधार यह है कि राफेल विमान की कीमत की जानकारी सार्वजनिक है क्योंकि इसे सीएजी ने संसद की पीएसी के साथ साझा किया है। चूंकि यह जानकारी संसद में है, इसलिए इसे सार्वजनिक माना जाएगा।
राहुल गांधी ने अपने साथ प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की तरफ इशारा करते हुए कहा, ‘खड़गे जी पीएसी के अध्यक्ष हैं लेकिन उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।’ मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया, “सीएजी के पास भी उनका कोई कमेंट नहीं है, कोई रिपोर्ट सीएजी की नहीं है।” उन्होंने बताया कि “आज ही पीएसी की बैठक थी, जिसके दौरान मैंने डिप्टी सीएजी से पूछा कि आखिर यह रिपोर्ट कैसे आ गई। उनके पास भी कोई जवाब नहीं था।” मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यह रिपोर्ट अगर पीएसी के पास आती, उसे संसद में पेश किया जाता, लेकिन चूंकि यह रिपोर्ट पीएसी के पास आई ही नहीं, तो सार्वजनिक कैसे हो गई। उन्होंने बताया कि इस तरह की किसी भी रिपोर्ट को जब तक संसद में नहीं रखा जाता, तब तक कोई भी उसके बारे में नहीं बोल सकता।
इसके बाद राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर, और खासतौर से प्रधानमंत्री मोदी पर हमला करते हुए कहा कि इस मामले में सरकार और पीएम झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने सभी संस्थाओं की धज्जियां उड़ा दी हैं, जबकि इस मामले में 30 हजार करोड़ की चोरी हुई है। उन्होंने फिर कहा कि ‘पूरा हिंदुस्तान समझता है कि चौकीदार चोर है’ और उसने चोरी की है। उन्होंने का कि पूरे देश को पता है कि प्रधानमंत्री अनिल अंबानी के दोस्त हैं और उन्होंने ‘अनिल अंबानी को चोरी कराई है।‘
राहुल गांधी ने कहा, “मोदी जी जितना छिपना चाहते हैं, छिपिए, जिस दिन राफेल पर जांच हो गई, उस दिन दो नाम निकलेंगे, अनिल अंबानी और नरेंद्र मोदी।“
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