हरियाणा : मेवात में धार्मिक यात्रा पर अड़े आयोजक, नूंह में धारा 144 लागू, इंटरनेट सेवाएं निलंबित
शोभा यात्रा से पहले हरियाणा के नूंह में जिला प्रशासन ने शनिवार को धारा 144 लागू कर दी है। प्रशासन ने शोभा यात्रा को निकालने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है, इसके बावजूद हिंदू संगठन 28 अगस्त को शोभा यात्रा (धार्मिक जुलूस) निकालने पर अड़े हुए हैं।
हिंसक हमलों के कारण अधूरी रह गई मेवात की ब्रज मंडल धार्मिक यात्रा को अब 28 अगस्त को निकाले जाने को लेकर आयोजक अड़ गए हैं। वहीं, धार्मिक यात्रा के लिए प्रशासन की मंजूरी लेने की अनिवार्यता को खारिज करते हुए विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संयुक्त महासचिव डॉ. सुरेंद्र कुमार जैन ने कहा है कि धार्मिक यात्रा के लिए अनुमति ली नहीं जाती है, धार्मिक यात्रा के लिए प्रशासन स्वयं आगे बढ़कर सहयोग और सुरक्षा देता है। इसके बाद नूंह में जिला प्रशासन ने शनिवार को धारा 144 लागू कर दी है। प्रशासन ने शोभा यात्रा को निकालने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है, इसके बावजूद हिंदू संगठन 28 अगस्त को शोभा यात्रा (धार्मिक जुलूस) निकालने पर अड़े हुए हैं।
जिले में 26 अगस्त से 29 अगस्त तक इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। नूंह के डीसीपी धीरेंद्र खड़गटा ने कहा कि हमने किसी भी यात्रा की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। लेकिन, संगठनों ने कहा कि वे यात्रा आयोजित करेंगे। कानून-व्यवस्था की स्थिति को भांपते हुए हमने जिले में धारा 144 लागू कर दी है। आदेश की अवहेलना करने वाले से सख्ती से निपटा जाएगा।
इस बीच, सर्व हिंदू समाज और विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के सदस्यों ने कहा कि 28 अगस्त को पवित्र श्रावण माह का आखिरी सोमवार है इसलिए नूंह के शिव मंदिरों में शिवलिंगों पर पवित्र जल चढ़ाया जाएगा।
वीएचपी के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने कहा कि नूंह में हिंदू 28 अगस्त को पूजा-अर्चना करेंगे और नूंह के सभी ब्लॉकों में शिव मंदिरों में शिवलिंगों पर पवित्र जल चढ़ाया जाएगा। ऐसे आयोजनों के लिए अनुमति की जरूरत नहीं है, लेकिन यह प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह कानून व्यवस्था बनाए रखते हुए मंदिरों में पूजा-अर्चना कराने में मदद करे।
पोंडरी ग्राम पंचायत के सदस्य कुलभूषण भारद्वाज ने कहा कि यात्रा तय कार्यक्रम के अनुसार सर्व हिंदू समाज और विश्व हिंदू परिषद द्वारा निकाली जाएगी। अब तक सभी जरूरी तैयारियां कर ली गई हैं।
इससे पहले, विहिप की ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा को फिर से शुरू करने की तैयारियों पर चर्चा के लिए पलवल के पोंडरी गांव में एक महापंचायत आयोजित की गई थी, जो 31 जुलाई को पथराव के बाद बाधित हो गई थी। जुलूस पर भीड़ ने हमला कर दिया था, जिसमें दो होम गार्ड और एक मौलवी समेत छह लोगों की मौत हो गई थी।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
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