बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को गुजरात की अदालत ने भेजा समन

गुजरात की पूर्व मंत्री माया कोडनानी के खिलाफ चल रहे हत्या के मामले में अदालत ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को गवाह के तौर पर पेश होने के लिए कहा है।

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह/ फोटोः Twitter
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह/ फोटोः Twitter
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नवजीवन डेस्क

गुजरात की पूर्व मंत्री माया कोडनानी के खिलाफ चल रहे हत्या के मामले में अदालत ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को गवाह के तौर पर पेश होने के लिए कहा है। समन जारी करते हुए अदालत ने कहा कि कोडनानी के दावे पर अमित शाह खुद पेश होकर या अपने वकील के जरिये सोमवार तक हर हाल में अपना पक्ष रखें।

कोडनानी के खिलाफ 2002 में गुजरात दंगों के दौरान अहमदाबाद के नरोदा गांव में कई मुसलमानों के कत्लेआम का आरोप है। अदालत में अपनी सफाई में कोडनानी ने दावा किया था कि नरोदा गांव दंगे के दौरान वह अमित शाह के साथ मौजूद थीं। इसके लिए उन्होंने पिछले सप्ताह अदालत में अर्जी देकर अमित शाह को गवाह के तौर पर बुलाने की अपील की थी। उनकी अपील स्वीकार करते हुए अदालत ने अमित शाह को बचाव पक्ष के गवाह के तौर पर सोमवार को पेश होने के लिए समन जारी कर दिया।

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इससे पहले माया कोडनानी ने अदालत को बताया था कि वह कई कोशिशों के बाद भी अमित शाह से संपर्क कर पाने में विफल रही हैं। कोडनानी का कहना है कि जिस समय हिंसा भड़की उस समय वह शाह और अन्य कुछ लोगों के साथ अहमदाबाद के अपने अस्पताल में थीं। दंगों के समय वह एक विधायक थीं। बाद में वह राज्य की मोदी सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री बनीं। 2009 में गिरफ्तार होने तक वह इस पद पर बनी हुई थीं।

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को गुजरात की अदालत ने  भेजा समन

अहमदाबाद के उपनगर नरोदा गांव में 2002 में भड़के दंगे के दौरान 11 मुसलमानों की हत्या कर दी गई थी। कोडनानी को नरोदा पाटिया दंगे में लगभग 100 मुसलमानों की नृशंस हत्या के आरोप में दोषी ठहराया जा चुका है। इस मामले में कोडनानी को 28 साल की सजा सुनायी गयी थी। 2014 में माया कोडनानी को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली थी, और फिलहाल उन्होंने इस सजा को अदालत में चुनौती दे रखी है। उसी दिन वहां से 10 किमी दूर नरोदा गांव में 11 मुसलमानों की हत्या का अभी विचाराधीन है।

सवाल यह है कि माया कोडनानी आखिर अमित शाह को अपनी मासूमियत के गवाह के तौर पर क्यों पेश करना चाहती हैं? इससे वह कौन सा तीर चला रही हैं, जिसके सीधे निशाने पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह हैं। गुजरात में यह आम चर्चा है कि अमित शाह और माया कोडनानी के रिश्ते कभी अच्छे नहीं रहे। दोनों को अलग-अलग ध्रुवों का माना जाता है।

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Published: 12 Sep 2017, 2:34 PM