साल खत्म होने से पहले जनता को झटका, पीएफ समेत कई बचत योजनाओं पर सरकार ने घटाई ब्याज दर
केंद्र सरकार ने पीएफ समेत कई छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर में 0.2 फीसदी की कटौती कर दी है। वित्त मंत्रालय ने इस बाबत अधिसूचना जारी कर दी है।
साल 2017 के खत्म होते-होते केंद्र सरकार ने जनता को एक और झटका दे दिया है। सरकार ने पीपीएफ और राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र समेत लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर में 0.2 प्रतिशत की कटौती कर दी है। इसे लेकर वित्त मंत्रालय ने 27 दिसंबर को अधिसूचना जारी कर दी है। यह कटौती जनवरी से मार्च की अवधि के लिए है। वित्त मंत्रालय की अधिसूचना के मुताबिक, राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी), सुकन्या समृद्धि योजना, किसान विकास पत्र (केवीपी) और पीपीएफ जैसी योजनाओं पर ब्याज दर में कटौती की गई है। हालांकि पांच वर्षीय वरिष्ठ नागरिक बचत योजना पर ब्याज दर 8.3 फीसदी और बचत जमा पर ब्याज दर को सालाना 4 फीसदी पर बरकरार रखा गया है। पिछले साल अप्रैल से लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में तिमाही आधार पर बदलाव किया जा रहा है।
वित्त मंत्रालय की ओर से जारी की गई अधिसूचना के अनुसार पीपीएफ और एनएससी पर ब्याज दर 7.6 फीसदी मिलेगी, वहीं केवीपी पर 7.3 फीसदी होगी और यह 11 महीने में परिपक्व होगा। लड़कियों से जुड़ी बचत योजना सुकन्या समृद्धि खाते पर ब्याज दर 8.1 फीसदी होगी जो फिलहाल 8.3 प्रतिशत है। एक से पांच साल की अवधि के लिए मियादी जमा पर ब्याज दर 6.6 से 7.4 फीसदी होगी। यह ब्याज तिमाही आधार पर मिलेगा। वहीं आवर्ती जमा पर ब्याज दर 6.9 फीसदी होगी। वित्त मंत्रालय ने अधिसूचना जारी करते हुए कहा कि सरकार के फैसले के आधार पर लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों को तिमाही आधार पर अधिसूचित किया जाता है। सरकार के इस फैसले के बाद बैंक अपनी जमा पर ब्याज दर में कटौती कर सकते हैं।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia