जम्मू में लोगों को हथियार दिया जाना आतंकवाद से निपटने में BJP की ‘विफलता’ का सबूत है: उमर अब्दुल्ला का आरोप

उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘आजकल बीजेपी कार्यकर्ताओं को हथियार दिये जा रहे हैं जो शांतिपूर्ण जम्मू क्षेत्र में आतंकवाद को फैलने से रोकने में बीजेपी और उसकी सरकार की विफलता का सबसे बड़ा सबूत है।’’

उमर अब्दुल्ला ने पुलवामा में पत्रकारों से बात की।
उमर अब्दुल्ला ने पुलवामा में पत्रकारों से बात की।
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पीटीआई (भाषा)

नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि आजकल लोगों को हथियार दिये जा रहे हैं और यह शांतिपूर्ण जम्मू क्षेत्र में आतंकवाद को फैलने से रोकने में बीजेपी सरकार की ‘‘विफलता’’ का सबसे बड़ा सबूत है।

पूर्व मुख्यमंत्री स्पष्ट रूप से जम्मू क्षेत्र में ग्राम रक्षा गार्ड को उनकी .303 राइफल के स्थान पर आधुनिक हथियारों से लैस किए जाने का जिक्र कर रहे थे। जम्मू में पिछले कुछ वर्षों में आतंकवादी गतिविधियों में तेजी देखी गई है।

डोडा जिले के भद्रवाह में पार्टी उम्मीदवार महबूबा इकबाल के समर्थन में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए अब्दुल्ला ने बीजेपी पर छोटे दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों को समर्थन देने का आरोप लगाया, जिसका एकमात्र उद्देश्य उनकी मदद से अगली सरकार बनाना है।

उन्होंने कहा, ‘‘आजकल बीजेपी कार्यकर्ताओं को हथियार दिये जा रहे हैं जो शांतिपूर्ण जम्मू क्षेत्र में आतंकवाद को फैलने से रोकने में बीजेपी और उसकी सरकार की विफलता का सबसे बड़ा सबूत है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हथियार इसलिए बांटे जा रहे हैं क्योंकि उन्होंने जम्मू में आतंकवाद को पनपने दिया है। वर्ष 2014 से पहले हमारी सरकार ने जम्मू को पूरी तरह से आतंकवाद से मुक्त कर दिया था।’’


भद्रवाह समेत चेनाब घाटी और दक्षिण कश्मीर जिलों में 23 विधानसभा क्षेत्रों में पहले चरण में 18 सितंबर को मतदान होगा।

बीजेपी पर निशाना साधते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता ने कहा कि वे कह रहे हैं कि ‘जम्मू की रक्षा के लिए, बीजेपी को वोट दें’ लेकिन जमीनी हालात उनके बयानों से उलट हैं। उन्होंने कहा, ‘‘बीजेपी का नारा गलत है क्योंकि उन्होंने अपने शासन के पिछले 10 सालों में जम्मू-कश्मीर को बर्बाद कर दिया है और इस क्षेत्र में आतंकवाद फिर से पनप रहा है।’’

अब्दुल्ला ने लोगों को आश्वासन दिया कि नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनने पर यह सुनिश्चित किया जायेगा कि जम्मू क्षेत्र एक बार फिर आतंकवाद से मुक्त हो जाए। उन्होंने रामबन जिले में पार्टी उम्मीदवार अर्जुन सिंह राजू के समर्थन में एक चुनावी रैली को भी संबोधित किया।

अब्दुल्ला ने रैली से इतर पत्रकारों से कहा, ‘‘हम राष्ट्रवादी हैं और पिछले 35 वर्ष में हमारे हजारों कार्यकर्ताओं ने देश के लिए अपनी जान कुर्बान की है। हम राष्ट्रवाद के मामले में पीछे नहीं रहे हैं।’’

वह इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि बीजेपी के कुछ नेता कह रहे हैं कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव ‘‘राष्ट्रवादी और राष्ट्र-विरोधी ताकतों’’ के बीच है।

अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘जो लोग राष्ट्रवादी होने का दावा कर रहे हैं, वे सत्ता में आने के लिए कश्मीर में वोटों को विभाजित करने की साजिश के तहत राष्ट्र विरोधी ताकतों का इस्तेमाल कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘वे (बीजेपी) उन्हीं लोगों के साथ सरकार बनाने को तैयार हैं जो पिछले 35 वर्ष से देश के खिलाफ लड़ने के लिए जेलों में बंद हैं और कश्मीर को पाकिस्तान में मिलाने की बात कर रहे हैं। चुनाव मैदान में कई निर्दलीय उम्मीदवार भी हैं।’’


गृह मंत्री अमित शाह की उस टिप्पणी का जिक्र करते हुए कि उनकी पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस को छोड़कर अन्य के साथ सरकार बनाने के लिए तैयार है, उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि बीजेपी प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, अल्ताफ बुखारी के नेतृत्व वाली अपनी पार्टी और गुलाम नबी आजाद के नेतृत्व वाली डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी का समर्थन लेने के लिए तैयार है।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘ये सभी छोटे दल बीजेपी को लाभ पहुंचाने के लिए हैं, जिसने विनाश के अलावा कुछ नहीं किया।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन बीजेपी की मदद कर रहा है, ‘‘क्योंकि लोग उनकी मदद नहीं करना चाहते हैं।’’

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