एक बार फिर साबित हुआ, जहां-जहां बीजेपी की सरकार, वहां विकास !
कानपुर जिले स्थित चौबेपुर में पिछले हफ्ते 8 पुलिसकर्मियों की बेरहमी से हत्या करके फरार हुआ आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे को गुरुवार की सुबह उज्जैन के महाकाल मंदिर में गिरफ्तार कर लिया गया है। लेकिन उसकी गिरफ्तारी की गुत्थी उलझती ही जा रही है।
कानपुर जिले स्थित चौबेपुर में पिछले हफ्ते 8 पुलिसकर्मियों की बेरहमी से हत्या करके फरार हुआ आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे को गुरुवार की सुबह उज्जैन के महाकाल मंदिर में गिरफ्तार कर लिया गया है। लेकिन उसकी गिरफ्तारी की गुत्थी उलझती ही जा रही है। मध्य प्रदेश पुलिस का दावा है कि उसने विकास दुबे को गिरफ्तार किया है। लेकिन कहा जा रहा है कि उसने सरेंडर किया है। न्यूज चैनल आजतक के मुताबिक, विकास दुबे सुबह महाकाल मंदिर पहुंचा। उसने पर्ची कटाई और दर्शन किया। फिर उसने गार्ड से कहा कि मैं विकास दुबे हूं, कानपुर वाला। गार्ड ने पुलिस को सूचना दी। तब तक विकास दुबे वही मौजूद रहा। पुलिस आई और विकास दुबे को गिरफ्तार करके ले गई।
यूपी पुलिस कई दिनों से विकास की तलाश में थी। उसे पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीमें लगाई गई थी। लेकिन वो उनकी पकड़ से बाहर रहा और मुठभेड़ के बाद से अबतक हर बार विकास दूबे पुलिस को चकमा देता आया था। ऐसे में ये कहा जा रहा है कि घटना के बाद भी उसे पुलिस की गतिविधियों के बारे में जानकारी दे रहा था।
गौरतलब है कि कानपुर के आठ पुलिसकर्मी जो शुक्रवार की मुठभेड़ में मारे गए थे, उनके लिए विकास दूबे के गुर्गों की तरफ से जैसी तैयारी दिखी थी, उससे साफ है कि पुलिस के छापेमारी की खबर उन्हें पहले से ही थी। स्थानीय चौबेपुर के तत्कालीन थाना इंजार्च विनय तिवारी पर दूबे से मिलीभगत के भी आरोप हैं। फिलहाल तिवारी निलंबन के बाद पुलिस की गिरफ्त में हैं। इस केस में खुद पुलिस की भूमिका संदेह के घेरे में है।
मुठभेड़ में आठ पुलिसवालों की बेरहमी से हत्या करने के बाद विकास दूबे और उसके कुछ साथी वहां से फरार हो गए थे। ऐसे में सवाल हैं कि वारदात को अंजाम देने के बाद विकास दूबे ने भागने की योजना कैसे बनाई? और कैसे इतनी दूर तक भागता-फिरता रहा। दूबे पुलिस को फरीदाबाद में भी चकमा देने में कामयाब हो गया था। यहां उसे एक होटल में देखा गया था, लेकिन वो यहां से भी बच निकला, तो क्या उसे पहले से पुलिस के आने की जानकारी थी?
इन सब घटनाओं के बीच जो एक और बात सामने आ रही है, वो यह कि विकास उन्हीं राज्यों में छुपा जहां बीजेपी की सरकार है। उत्तर प्रदेश जहां बीजेपी की सरकार है वहां वो घटना को अंजाम देता है। कई दिनों तक उसका कोई पता नहीं चलता है। फिर खबर आती है कि वो फरीदाबाद के एक होटल में ठहरा हुआ है, लेकिन वहां से पुलिस को चकमा देकर फरार हो जाता है। तो क्या उसे पहले से पुलिस के आने की जानकारी थी? फरीदाबाद हरियाणा में है जहां बीजेपी की सरकार है। और अब मध्य प्रदेश के उज्जैन से उसकी गिरफ्तारी की खबर आती है। मध्य प्रदेश में भी बीजेपी की ही सरकार है। तो क्या ये महज संयोग है कि विकास उन्हीं राज्य में देखा गया जहां बीजेपी की सरकार है, या फिर कोई साजिश? तो ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि इस घटना ने एकबार फिर साबित किया कि, जहां बीजेपी है, वहीं विकास है!
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Published: 09 Jul 2020, 3:35 PM