इस्लामाबाद में मां और पत्नी से मिले कुलभूषण जाधव, पाकिस्तान को कहा शुक्रिया
इस्लामाबाद में मुलाकात के दौरान कुलभूषण जाधव और उनकी मां-पत्नी के बीच शीशे की एक मोटी दीवार थी और इंटरकॉम फोन के जरिए जाधव ने अपनी मां और पत्नी से बात की।
कथित जासूसी के आरोप में पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण जाधव से उनकी मां और पत्नी ने कड़ी सुरक्षा के बीच पाकिस्तान विदेश कार्यालय में मुलाकात की। रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय उप उच्चायुक्त जेपी सिंह की मौजूदगी में 30 मिनट की यह मुलाकात हुई। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक वीडियो संदेश में कुलभूषण जाधव ने यह मुलाकात कराने के लिए पाकिस्तान को शुक्रिया कहा है।
वीडियो में जाधव कह रहे हैं कि मैंने पत्नी और मां से मुलाकात करने के लिए अपील की थी। पाकिस्तान सरकार का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने इतनी दरियादिली दिखाई। वीडियो देखकर ऐसा लगता है कि इसे मुलाकात के पहले ही रिकॉर्ड किया गया था।
मुलाकात के दौरान कुलभूषण जाधव और उनकी मां-पत्नी के बीच शीशे की एक मोटी दीवार थी। इंटरकॉम फोन के जरिए जाधव ने अपनी मां और पत्नी से बात की। कमरे में सीसीटीवी कैमरे में पूरी घटना को कैद किया गया, उस दौरान जाधव नीले रंग का कोट पहने हुए थे।
विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने इस मुलाकात से पहले जाधव की मां अवंति और उनकी पत्नी की तस्वीर ट्वीट की। उन्होंने कहा, “दोनों पाकिस्तान विदेश मंत्रालय में आराम से बैठी हैं। हमने अपनी प्रतिबद्धता निभाई है।”
मोहम्मद फैसल ने के ट्वीट में यह भी कहा, “पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना की पुण्यतिथि के अवसर पर मानवीय आधार पर यह इजाजत दी गई है।”
कुलभूषण और परिवार के बीच मुलाकात कहां, किस समय और किस तरह होगी, यह सब 24 दिसबंर को ही भारत और पाकिस्तान के बीच तय हो गया था। सफेद लैंड क्रूजर गाड़ी में कड़ी सुरक्षा के बीच इन दोनों को पहले भारतीय उच्चायोग ले जाया गया।
पाकिस्तान ने तीनों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा के लिए शॉर्प शूटर, पाकिस्तान रेंजर्स और दूसरे अर्द्धसैनिक बलों को तैनात किया था। जिस जगह पर विदेश मंत्रालय का दफ्तर स्थित है वहां आम लोगों के आने-पाने पर रोक लगा दी गई थी। कुलभूषण के परिजन लंबे समय से उनसे मिलने की मांग कर रहे थे। पिछले 20 दिसंबर को पाकिस्तान ने पत्नी और मां को तीन दिन का वीजा देने की बात कही थी। पत्नी और मां को 23 दिसंबर को पाकिस्तान भेजने का कार्यक्रम था, लेकिन बाद में सुरक्षा कारणों से केवल एक दिन का वीजा देने पर फैसला हुआ।
कुलभूषण जाधव भारतीय नौसेना के पूर्व कमांडर हैं। पाकिस्तान सरकार ने उन्हें 3 मार्च, 2016 को बलूचिस्तान से गिरफ्तार किया था। हालांकि भारत का कहना है कि जाधव रियाटरमेंट के बाद ईरान में अपना खुद का कारोबार कर रहे थे, पाकिस्तान ने उन्हें ईरान से अगवा किया था। पाकिस्तानी ने उन पर बलूचिस्तान में दंगा फैलाने और जासूसी का आरोप लगाते हुए फांसी की सजा सुनाई थी। लेकिन इस साल मई में इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस ने भारत की अपील पर इस सजा पर रोक लगा दी थी।
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