मोदी सरकार की मदद को किसानों ने बताया अपमान, विरोध में प्रधानमंत्री को भेजे 17-17 रुपये के चेक
मोदी सरकार द्वारा किसानों को सालाना 6000 रुपये की मदद के ऐलान को अखिल भारतीय किसान कांग्रेस ने किसानों का अपमान बताया है। संगठन के किसानों ने अपमान के विरोध में पीएम मोदी को 17-17 रुपये के चेक भेजने का ऐलान किया है।
केंद्र सरकार द्वारा अंतरिम बजट में किसानों को सालाना 6000 रुपये की मदद देने के ऐलान पर नाराजगी जताते हुए अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने इसे किसानों का अपमान बताया है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी समेत बीजेपी के सभी बड़े नेताओं ने पिछले लोकसभा चुनावों से पहले किसानों की आय दुगुनी करने के लिए स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की बात कही थी, लेकिन इतना समय बीत जाने के बाद भी उसे पूरा करने की बजाए सरकार हर मौके पर किसानों को अपमानित कर रही है जिसे किसी कीमत पर सहन नहीं किया जा सकता।
किसान कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि किसान को एक दिन में 17 रुपए देकर सरकार ने किसानों के घावों पर मरहम लगाने की जगह नमक छिड़कने का काम किया है। उन्होंने कहा, “इस बजट में किसानों को ठोस राहत देने की बजाय 17 रुपए प्रतिदिन देने का झुनझुना थमा दिया गया जो एक जुमले से ज्यादा कुछ नहीं है। इतने पैसे में किसान का परिवार एक वक्त की चाय भी नहीं पी सकता। यही वजह है आज किसान 17-17 रुपए के चेक प्रधानमंत्री मोदी को लौटाने आए हैं।”
नाना पटोले ने बताया कि इससे पहले 21 जनवरी को उन्होंने पीएम मोदी को एक पत्र लिखकर उनके द्वारा 5 साल पहले किसानों के लिए किए वादे दिलाए थे। पटोले ने कहा कि इसके बावजूद उन्होंने इस अंतरिम बजट में किसानों का 17 रुपए प्रतिदिन देकर अपमान किया है। उन्होंने बताया, “इसी के खिलाफ आज सैकड़ों किसान 17-17 रुपए के चेक और ड्राफ्ट सौंपने पीएम कार्यालय गए थे। पीएम मोदी अपने विदेशी मेहमानों के साथ व्यस्त थे और उन्होंने किसानों को की बात तक सुनने का वक्त ना देकर एक बार फिर से देश के अन्नदाताओं को बेइज्जत किया। साथ ही पुलिस ने भी किसानों के साथ पर ज्यादती की। सरकार जो मर्जी हथकंडे अपना ले पर हम दबने वाले नहीं हैं।”
नाना पटोले के साथ मौजूद कई किसानों ने कहा कि लाखों का सूट पहनने वाले प्रधानमंत्री एक किसान के दर्द को नहीं समझ सकते। उनको नींद से जगाने के लिए हम उनको ये चेक भेज रहे हैं। किसानों का समर्थन करते हुए पटोले ने कहा कि फसल का निर्धारित समर्थन मूल्य नहीं मिलने की वजह से किसान कर्ज के दलदल में फंस गया है।
उन्होंने कहा, “मोदी सरकार ने किसानों की कोई मदद नहीं की, उल्टा अपने 15 चहेते उद्योगपतियों का 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज माफ कर दिया। सबसे गंभीर तो ये है कि राफेल विमान की खरीद में देश के किसानों के खून-पसीने की गाढ़ी कमाई को मोदी ने अपने मित्र अनिल अंबानी की जेब में डाल दिया। आज हालात ये हैं कि देश के विभिन्न हिस्सों में किसानों को यूरिया के लिए पैसे देने के बावजूद जद्दोजहद करनी पड़ रही है।”
देश में किसानों की बढ़ रही आत्महत्या का जिक्र करते हुए नाना पटोले ने कहा कि केंद में एनडीए सरकार आने के बाद से इसमें लगातार इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि किसानों की सुध लेने की बजाए लगातार उनकी मांगों को अनसुना किया जाता रहा है। इसी वजह से विवश होकर किसान ऐसे कदम उठाने पर मजबूर होता है। साथ ही उन्होंने कहा कि भूमिहीन किसानों को इस योजना से वंचित रखने और अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ ना देने से सरकार की मंशा साफ जाहिर हो गई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा की आड़ में हुई लूट को किसान भूले नहीं हैं। तीन साल में पेट्रोलियम पदार्थों में हुई भारी वृद्धि ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है।
किसान कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा किसान कांग्रेस राहुल गांधी के आह्वान पर देश भर में किसानों के अधिकारों की लड़ाई लड़ रही है जिसे उनकी मांगों के पूरा होने तक जारी रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि खुशहाल किसान और हिम्मती युवाओं के बिना उन्नत देश की कल्पना भी नहीं की जा सकती।
इस मौके पर पूर्व सांसद कमल किशोर कमांडो किसान कांग्रेस उपाध्यक्ष सुरेंद्र सोलंकी, राष्ट्रीय कॉर्डिनेटर अजय चौधरी, जॉइंट कॉर्डिनेटर राजू मान, प्रिया ग्रेवाल, डॉ अनिल, दिल्ली किसान कांग्रेस चेयरमैन राजबीर सिंह, सुरेंद्र दहिया, राकेश भडाना, अरविंद खटाना समेत सैकड़ों किसान मौजूद थे।
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