संसद में पीएम मोदी का विरोध, AAP सांसदों ने लगाए नारे- काला कानून वापस लो, किसानों को आतंकवादी कहना बंद करो
मोदी सरकार द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानूनों का किसान विरोध कर रहे हैं। उनके साथ लगभग सभी विपक्षी दल भी इस कानून के खिलाफ हैं। सड़क से संसद तक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
मोदी सरकार द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानूनों का किसान विरोध कर रहे हैं। उनके साथ लगभग सभी विपक्षी दल भी इस कानून के खिलाफ हैं। सड़क से संसद तक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। संसद में उस वक्त विरोध किया गया जब एक कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वहां पहुंचे थे। आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद संजय सिंह और लोकसभा सांसद भगवंत मान ने तख्ती लेकर विरोध किया।
आप नेता सिंह और मान लगातार नारे लगा रहे थे। दोनों नेता लगातार - 'किसान विरोधी काला कानून वापस लो, एमएसपी की गारंटी दो। पूंजीपतियों के लिए बनाए गए काले कानून को वापस लो' कह रहे थे।' राज्यसभा सांसद सिंह ने इस दौरान कहा 'किसानों को आतंकवादी कहना बंद करो।'
दरअसल, आज जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद के सेंट्रल हाॅल में मदन मोहन मालवीय और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे तब आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह और लोकसभा सांसद भगवंत मान ने पीएम के खिलाफ नारा लगाना शुरू कर दिया। संजय सिंह के हाथ में जो तख्ती थी उसपर लिखा था, ‘काला कानून वापस ले, MSP का कानूनी अधिकार दो।’
वहीं दूसरी ओर जब प्रधानमंत्री संसद भवन के सेंट्रल हॉल से बाहर जाने लगे तो संगरूर से लोकसभा सांसद भगवंत मान ने उन्हें आवाज देते हुए कहा, “प्रधानमंत्री जी, लाखों किसान ठंड में मर रहे हैं। अन्नदाता मर रहे हैं सर, तीनों कानून वापस ले लीजिए सर, प्रधानमंत्री जी सुनिए।”
इस दौरान लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता और राज्यसभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी मौजूद थे।
बता दें कि देश की राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले किसानों के आंदोलन को शुक्रवार को एक महीना पूरा हो गया। आंदोलनकारी किसानों का कहना है कि जब तक सरकार नए कृषि कानूनों को वापस नहीं लेगी और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर फसलों की खरीद की गारंटी के साथ-साथ उनकी अन्य मांगें नहीं मानेगी, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।
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