तबाही मचा सकता है ‘फानी’, अलर्ट पर दक्षिण भारत, राहत-बचाव के लिए नौसेना, एनडीआरएफ तैनात

चक्रवाती तूफान ‘फानी’ की गंभीरता को देखते हुए भारतीय नौसेना के साथ एनडीआरएफ और भारतीय तटरक्षक बल को अलर्ट पर रखा गया है। नौसेना ने रबड़ की नौका, अतिरिक्त गोताखोरों, डॉक्टरों और राहत सामग्री के साथ अपने जहाजों को तैयार किया है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने चक्रवाती तूफान ‘फानी’ को लेकर फिर से चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के मुताबिक करीब लगभग 36 घंटों में यह तूफान विकराल रूप लेते हुए ओडिशा तट से टकरा सकता है। ऐसे में तटीय इलाकों में विशेष रूप से सावधानी बरतने को कहा गया है। दक्षिण भारत के कई राज्यों में अगले कुछ दिनों में भारी बारिश की संभावना है। तूफान को देखते हुए ओडिशा में राज्य आपदा प्राधिकरण ने अलर्ट जारी कर दिया है। इसके अलावा भारतीय नौसेना और एनडीआरएफ के साथ भारतीय तटरक्षक बल को भी अलर्ट पर रखा गया है।

मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार 'फानी' सोमवार रात को बंगाल की खाड़ी में चेन्नई से लगभग 700 किमी दक्षिण पूर्व में था और 18 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा था। ये भी कहा जा रहा है कि अगले दो दिन में इस तूफान की रफ्तार और ज्यादा बढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार फानी तूफ़ान 3 मई को ओडिशा के पुरी स्थित तट से टकरा सकता है। इलाके के सभी जिला कलेक्टरों को अलर्ट कर दिया गया है।

आपदा की स्थिति में नौसेना की पूर्वी कमान तेजी से मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए पूरी तरह से तत्पर है। इसके लिए नौसेना ने जहाजों को पर्याप्त मात्रा में अतिरिक्त गोताखोरों, डॉक्टरों, हवा वाली रबड़ की नौकाओं और राहत सामग्री के साथ तैयार किया है। ओडिशा के मुख्य राहत अधिकारी ने बताया, ‘बचाव कार्यों के लिए पहले से ही ओडीआरएएफ की 20 यूनिट और एनडीआरएफ की 12 यूनिट तैनात कर दी गयी हैं।’

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने चक्रवात फानी से बचाव और राहत कार्यों के लिए आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल के राज्य डिजास्टर रेस्पॉन्स फंड को 1,086 करोड़ रुपये अग्रिम सहायता राशि के रूप में जारी करने का आदेश दिया है।

मौसम विभाग ने ये भी बताया कि ‘फानी’ तूफान के कारण उत्तर तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों पर मंगलवार सुबह को हवा की गति 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचने और फिर 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है।

गौरतलब है कि फानी तूफान बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र से पैदा हुआ और लगातार भीषण रूप लेता जा रहा है। दक्षिण भारत के कई तटीय इलाकों के बंदरगाहों को लेकर भी चेतावनी दे गयी है।

बता दें कि भारतीय वायुसेना इसी सप्ताह ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का परिक्षण करने वाली थी, लेकिन फानी की गंभीरता को देखते हुए फिलहाल इस परिक्षण को टाल दिया गया है। इस मिसाइल के सफल परीक्षण के बाद भविष्य में भारत को बालाकोट जैसे हवाई हमले करने के लिए पड़ोसी देशों की मदद नहीं लेनी पड़ेगी।

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