कोरोना लॉकडाउन के बाद दिल्ली मेट्रो में सफर करना हो तो इन नियमों का करना होगा पालन, उल्लंघन करने पर नहीं मिलेगी एंट्री

दिल्ली मेट्रो ने अपने संचालन को लेकर पूरी तैयारी कर ली है। मेट्रो लॉकडाउन के बाद अपने संचालन को लेकर काफी सतर्क है। इसमें यात्रियों और मेट्रोकर्मियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए कई फैसले लिए गए हैं। इन नियमों का पालन सफर के दौरान हर यात्री को करना होगा।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए देशव्यापी लॉकडाउन 3 मई को खत्म होने जा रहा है, ऐसे में कई तरह के सवाल भी उठ रहे हैं। पहला ये कि क्या लॉकडाउन पूरी तरह से खत्म हो जाएगा, या फिर एक बार लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाया जाएगा। वहीं दूसरी ओर दिल्ली मेट्रो ने अपने संचालन को लेकर पूरी तैयारी कर ली है। मेट्रो लॉकडाउन के बाद अपने संचालन को लेकर काफी सतर्क है। इसमें यात्रियों और मेट्रोकर्मियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए कई फैसले लिए गए हैं। इन नियमों का पालन सफर के दौरान हर यात्री को करना होगा।

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सीआईएसएफ ने गुरुवार को एक प्रस्ताव पेश किया है। जिसके अनुसार, लॉकडाउन के बाद मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों को चेकिंग से पहले अपने पास से किसी भी धातु की वस्तु को बाहर निकालना होगा। इसके अलावा यात्रियों को फेस मास्क पहनना अनिवार्य होगा। साथ ही आरोग्य सेतु एप्लिकेशन का उपयोग पास के रूप में किया जाएगा। इस प्रस्ताव में कहा गया है कि अगर किसी यात्री में फ्लू जैसे कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं तो उसे यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी।


बता दें कि सीआईएसएफ ने यात्रियों और रेलकर्मियों की सुरक्षा के लिए बिजनेस कंटिन्यूटी प्लान प्रस्तुत किया था। इसी प्लान में इन सभी योजनाओं का उल्लेख किया गया है। सीआईएसएफ की योजना के मुताबिक, 160 से अधिक मेट्रो स्टेशनों पर 12 हजार से अधिक जवानों को तैनात किया जाएगा। ये यात्रियों के प्रवेश से लेकर निकास तक की हर गतिविधि पर नजर रखेंगे। प्रवेश द्वार पर सीआईएसएफ द्वारा यात्रियों को सेनेटाइजर भी दिया जाएगा। थर्मल स्क्रीनिंग में सामान्य ताप वाले यात्रियों को ही मेट्रो स्टेशन में प्रवेश करने दिया जाएगा। जबकि जिस यात्री का तापमान ज्यादा आएगा उसे गेट से ही वापस भेज दिया जाएगा।

मेट्रो में प्रवेश से पहले सभी यात्रियों को बेल्ट या धातु से बने सभी सामान को बाहर निकालकर अपने बैग में रखना जरूरी होगा। इस बैग की स्कैनर मशीन की सहायता से जांच की जाएगी। वहीं जिन यात्रियों के पास बैग नहीं होगा उनके लिए ट्रे उपलब्ध कराई जाएगी। इसके साथ ही मेट्रो स्टेशन परिसर में भी यात्रियों को कतार के नियम का सख्ती से पालन करना होगा। सिक्योरिटी स्क्रीनिंग के स्थान से लाइन शुरू होने की दूरी 2 मीटर होगी। यात्रियों को एक दूसरे से कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाए रखना अनिवार्य होगा। सभी मेट्रो स्टेशनों पर सीआईएसएफ के दो कर्मी पीपीई सुरक्षा उपकरण को पहने रहेंगे।


जानकारी के लिए बता दें दिल्ली मेट्रो में हर दिन करीब 30 लाख यात्री सफर करते हैं। इनके स्वास्थ्य और सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसएफ और मेट्रो प्रशासन की है। अगर लॉकडाउन के बाद कोरोना वायरस को रोकने के लिए सुरक्षात्मक उपाय न अपनाए गए, तो दिल्ली में यह महामारी फिर से पैर पसार सकती है। वहीं यात्रा कर रहे लोग कोरोना का कैरियर भी हो सकते हैं। सीआईएसएफ लॉकडाउन खत्म होने के बाद कोरोना के संक्रमण को लेकर किसी भी तरह का खतरा नहीं लेना चाहती। बता दें कि दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसएफ की है। इसी वजह से इस अर्धसैनिक बल ने भविष्य की तैयारियों को लेकर इस योजना को प्रस्तुत किया है।

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