कश्मीर में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता, मुठभेड़ में हिज्बुल कमांडर रियाज नाइकू ढेर, बुरहान वानी के बाद ली थी कमान
अवंतीपोरा और पुलवामा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है। इस बीच घाटी में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। अब तक हिजबुल मुजाहिदीन के टॉप कमांडर रियाज नाइकू समेत पांच आतंकी मारे जा चुके हैं।
जम्मू-कश्मीर में पिछले तीन दिनों से हुए मुठभेड़ में कर्नल-मेजर समेत 8 जवानों की शहादत के बाद सुरक्षाबलों ने घाटी में आतंकियों के खिलाफ बड़े ऑपरेशन की शुरुआत की है। इस ऑपरेशन के दौरान बुधवार को सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली। सुरक्षाबलों ने पुलवामा जिले के अवंतीपोरा के बेगपोरा इलाके में मुठभेड़ के दौरान मोल्टवांटेड आतंकी हिज्बुल कमांडर रियाज नायकू को मार गिराया गया है। खबर है कि हिजबुल मुजाहिदीन के टॉप कमांडर रियाज नाइकू समेत अभी तक पांच आतंकवादियों को मार गिराया।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक, मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने 40 किलो आईईडी से एक घर को उड़ा दिया था। इस घर में ही रियाज नायकू छिपा था। विस्फोट के दौरान वह मारा गया, जबकि दूसरा उसका एक साथी बगल के घर में छिप गया है। अभी मुठभेड़ जारी है। 12 लाख का ईनामी हिज्ब आतंकी रियाज नाइकू गत मंगलवार रात को अपने पैतृक गांव बेगीपोरा आया हुआ था, सुरक्षाबलों को यह बात पता चल गई और उन्होंने उसे घेर लिया। उसके साथ 2 से 3 और आतंकवादी भी थे। उसके साथ मारे गए दूसरे आतंकी ही सुरक्षाबलों ने पहचान नहीं बताई है। वहीं अवंतीपोरा से 12 किलोमीटर दूर शारशाली में चल रही दूसरी मुठभेड़ में भी सुरक्षाबलों ने तीन आतंकवादियों को मार गिराया है।
दक्षिण कश्मीर के अवंतीपोरा में हिजबुल मुजाहिदीन कमांडर के पैतृक गांव बेगीपोरा में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ अभी भी जारी है। यहां अभी भी एक आतंकी की मौजूदगी बताइ जा रही है। आठ साल से घाटी में सक्रिय रियाज नाइकू कइ मामलों में वांछित था। खबरों के मुताबिक पुलिस, सेना की 55 आरआर और सीआरपीएफ की एक संयुक्त टीम ने बेगपोरा में मंगलवार रात कॉर्डन सर्च ऑपरेशन शुरू किया। जैसे ही सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम संदिग्ध स्थान की ओर बढ़ी, छिपे हुए आतंकवादियों ने उन पर गोलीबारी की, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई है।
नाइकू को घाटी में काफी दुर्दांत आतंकवादी माना जाता था। इसके सिर पर इनाम भी घोषित था। इसे चार पुलिसकर्मियों सहित 20 लोगों की हत्या का जिम्मेदार बताया जाता है। जुलाई 2016 में आतंकवादी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद नाइकू का नाम कमांडर के रूप में तेजी से उभरा। बुरहान के मारे जाने के बाद आतंकियों के जनाजे में जुलूस निकालने की योजना इसी की दिमाग की उपज मानी जाती है। बुरहान वानी के मारे जाने के बाद नाइकू हिज्बुल का टॉप कमांडर बन गया। वानी की मौत के बाद मारे गए आतंकियों के जुलूस में ज्यादा से ज्यादा लोगों के शामिल होने के लिए इसने जोर लगाया और इसमें वह काफी हद तक कामयाब हुआ। नाइकू इन जुलूसों में शामिल होने वाले युवाओं को आतंक के रास्ते पर चलने के लिए उकसाता और उन्हें बंदूक पकड़ने के लिए बरगलाता एवं गुमराह करता आया है।
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Published: 06 May 2020, 11:37 AM