संपादक का पदनाम इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे एम जे अकबर और तरुण तेजपाल, एडिटर्स गिल्ड ने किया निलंबित
महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोपी एम जे अकबर और तरुण तेजपाल को एडिटर्स गिल्ड ने निलंबित कर दिया है। गिल्ड ने कहा है कि जब तक इन दोनों के खिलाफ लगे आरोपों के मुकदमे खत्म नहीं हो जाते तब तक इन दोनों की सदस्यता निलंबित की जाती है।
एडिटर्स गिल्ड ने बुधवार को पत्रकार से राजनेता बने एम जे अकबर की सदस्यता निलंबित कर दी। अकबर पर कई महिला पत्रकारों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। गिल्ड ने एक बयान में कहा, "सदस्यों के बहुमत ने सुझाया कि अकबर की सदस्यता निलंबित की जाए। बहुमत का विचार यह है कि अकबर की सदस्यता तब तक के लिए निलंबित कर दी जाए, जबतक की उनकी तरफ से अदालत में दाखिल मामला निष्कर्ष पर न पहुंच जाए।"
गिल्ड ने तहलका के पूर्व प्रधान संपादक तरुण तेजपाल की सदस्यता भी निलंबित कर दी। तेजपाल अपनी एक कनिष्ठ सहयोगी के साथ 2013 में गोवा में दुष्कर्म करने के आरोपित हैं।
कई पूर्व महिला सहयोगियों द्वारा यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए जाने के बाद अकबर ने अक्टूबर में विदेश राज्य मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। पहला आरोप पत्रकार प्रिया रमानी ने लगाया था, जिनके खिलाफ अकबर ने अदालत में मानहानि का एक मामला दाखिल किया है।अकबर पर अमेरिका स्थित पत्रकार पल्लवी गोगोई ने भी दुष्कर्म का आरोप लगाया है।
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