हरियाणा विधानसभा पहुंची नफे सिंह राठी हत्याकांड की गूंज, कांग्रेस ने कहा- राज्‍य में हालात भयावह 

हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र की कार्यवाही सोमवार को जैसे ही आरंभ हुई विपक्ष ने इनेलो के प्रदेश अध्‍यक्ष नफे सिंह राठी की दिनदहाड़े हुई हत्‍या का मामला उठा दिया।

झज्‍जर जिले के बहादुर गढ़ में हत्‍यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठे लोग
झज्‍जर जिले के बहादुर गढ़ में हत्‍यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठे लोग
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धीरेंद्र अवस्थी

हरियाणा में कभी सत्‍ताधारी दल रही पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की पार्टी इंडियन नेशनल लोक दल (आईएनएलडी) के प्रदेश अध्‍यक्ष नफे सिंह राठी को एक दिन पहले झज्‍जर जिले के बहादुर गढ़ में गोलियों से भून देने की गूंज विधानसभा में सुनाई दी। सदन में जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष ने नफे सिंह राठी की जघन्‍य हत्‍या को प्रदेश में पहला पॉलिटिकल मर्डर करार दिया। हरियाणा में हालात को भयावह बताया। सत्‍ता पक्ष में सन्‍नाटा इस बात की तस्‍दीक कर रहा था कि वारदात खौफनाक है। आरोपी भी बीजेपी के ही नेता हैं। सरकार के पास कहने के लिए इस पर कुछ नहीं था। लिहाजा, दबाव में सरकार ने सीबीआई से जांच करवाने पर सहमति दे दी।

हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र की कार्यवाही सोमवार को जैसे ही आरंभ हुई विपक्ष ने इनेलो के प्रदेश अध्‍यक्ष नफे सिंह राठी की दिनदहाड़े हुई हत्‍या का मामला उठा दिया। प्रश्‍नकाल आरंभ होने से पहले मुख्‍यमंत्री मनोहर लाल के शोक प्रस्‍ताव पढ़ने के बाद कांग्रेस के विधायक और पूर्व विधानसभा अध्‍यक्ष डा. रघुबीर सिंह कादियान ने नफे सिंह राठी की दिन दहाड़े हुई हत्‍या का मसला उठाते हुए हाईकोर्ट के जज से या हाईकोर्ट के जज की निगरानी में सीबीआई से जांच करवाने की मांग की। कादियान ने कहा कि यह पॉलिटिकल मर्डर है। नफे सिंह राठी ने सुरक्षा की मांग की थी, लेकिन उन्‍हें यह नहीं उपलब्‍ध करवाई गई। प्रश्‍नकाल समाप्‍त होते ही फिर डा. कादियान ने विधानसभा अघ्‍यक्ष ज्ञान चंद गुप्‍ता से नफे सिंह राठी की हत्‍या पर काम रोको प्रस्‍ताव पर चर्चा की मांग की। उन्‍होंने कहा कि राठी वरिष्‍ठतम नेता थे। वह 2 बार के विधायक थे। पूर्व विधायकों की एसोसिएशन के अध्‍यक्ष थे। एक पार्टी के प्रदेश अध्‍यक्ष थे। पूरा हरियाणा आज सदन की तरफ देख रहा है। लेकिन सरकार तुरंत चर्चा के लिए तैयार नहीं दिख रही थी। स्‍पीकर तर्क देने लगे कि लिस्‍ट ऑफ बिजनेस के बाहर काम रोको प्रस्‍ताव आया है। इसलिए यह काम निबटाने के बाद आधा घंटा इस पर चर्चा के लिए रख लेंगे। इससे सरकार की गंभीरता का पता चल रहा था। लेकिन डा. कादियान ने मसले को गंभीर बताते हुए फिर तुरंत चर्चा की मांग की। उन्‍होंने कहा कि बहादुर गढ़ में लोगों ने सड़क जाम कर रखी है। इस पर गृह मंत्री अनिल विज बयान देने के लिए खड़े हुए। उन्‍होंने कहा कि डीजीपी से लेकर एसपी तक उन्‍होंने सभी से बात की है। जिस कार से हमलावर आए थे उसका नंबर वेरीफाई करने की कोशिश की जा रही है। साइंटिफिक तरीके से जांच हो रही है। नफे सिंह राठी के परिवार ने राजनीतिक लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है। वह लोग कोई गैंग्‍सटर नहीं हैं। विज के इस बयान से विपक्ष के विधायक हैरान थे। यह तथ्‍य है कि आरोपी बीजेपी के ही लोग हैं, जिनमें एक पूर्व विधायक हैं। गृह मंत्री के बयान से साफ जाहिर था कि वह आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रहे थे। उन्‍होंने राज्‍य में कानून-व्‍यवस्‍था खराब होने के आरोपों को भी गलत करार दिया। इस पर डा. रघुबीर कादियान ने सवाल खड़ा किया कि सीएम से लेकर गृह मंत्री तक से गुहार लगाने के बावजूद नफे सिंह राठी को सुरक्षा क्‍यों नहीं दी गई। उन्‍होंने कहा कि बीजेपी नेताओं के खिलाफ एफआईआर है। हरियाणा की धरती पर यह पहला पॉलिटिकल मर्डर है। ऐसे तो लोकतंत्र खत्‍म हो जाएगा। ऐसे तो हमें नहीं लगता इसकी कोई जांच होगी। हाईकोर्ट की निगरानी में सीबीआई इसकी जांच करे। कांग्रेस विधायक बीबी बत्रा ने मांग की कि नियम 71 के तहत चर्चा के लिए 2 घंटे तय किए जांएं। नेता विरोधी दल भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि मसला गंभीर है। राजनीतिक लोगों पर हमला होने लगा है। पहले भी धमकियां आती रही हैं। इस पर चर्चा होनी चाहिए। इतनी बहस के बाद स्‍पीकर चर्चा के लिए तैयार हुए। कांग्रेस विधायक गीता भुक्‍कल ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश की कानून व्‍यवस्‍था चरमराई हुई है। बदमाशों का हौंसला देखिए कि मुख्‍यमंत्री के झज्‍जर में ही होने के दौरान इस हत्‍याकांड को अंजाम दे दिया गया। इस तरह के हालात प्रदेश में बनना चिंता की बात है। व्‍यापारियों को धमकियां मिल रही हैं। पूरी पुलिस को किसानों को रोकने में लगा रखा है। सीएम को इस पर डिटेल वक्‍तव्‍य देना चाहिए। सुरक्षा हर व्‍यक्ति का अधिकार है, लेकिन सीएम ने नूंह दंगे के वक्‍त कहा था कि हम हर व्‍यक्ति की सुरक्षा नहीं कर सकते। महेंद्र गढ़ से कांग्रेस विधायक राव दान सिंह ने कहा कि हरियाणा में ऐसी घटना पहली बार हुई है। इस पर सख्‍ती से रोक नहीं लगाई गई तो भविष्‍य में एक लाइन खिंच जाएगी। फरीदाबाद से कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा ने कहा कि इस घटना के कारणों पर जाना होगा। सीएम और पुलिस के संज्ञान में सुरक्षा का मामला था। सरकार है कि सुरक्षा से ज्‍यादा विधायकों की जासूसी पर ध्‍यान दे रही है।      

हरियाणा विधानसभा पहुंची नफे सिंह राठी हत्याकांड की गूंज, कांग्रेस ने कहा- राज्‍य में हालात भयावह 

तोशाम से विधायक किरण चौधरी नें कहा दिन दहाड़े हुई इस घटना से इलाके में दहशत है। हरियाणा में क़ानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है। व्यापारी असुरक्षित हैं। हत्याएं हो रही हैं। किस तरह से गुंडे पूरे हरियाणा में वारदात को अंजाम दे रहे हैं। हमारे विधायक कुलदीप वत्स को धमकी मिली। अभी तक उस पर कुछ नहीं हुआ। जब एमएलए और पूर्व विधायकों के साथ ऐसा हो सकता है तो आम आदमी का क्या होगा। विधायक शमशेर गोगी ने कहा हमारी प्राथमिकता लोगों के जान माल की सुरक्षा करना है। मुख्यमंत्री के उसी जिले में होते हुए कैसे बदमाश बेखौफ हो गए? पुलिस को किसानों को रोकने पर लगाया गया है। सारे थाने खाली हैं। किसानों को पीटा जा रहा है। गोगी ने कहा कि यह राजनीतिक मर्डर है, लेकिन गोलियां तो गुंडों ने चलाई हैं। आज गृह मंत्री को बताना चाहिए कि विधायक को धमकी मामंले में कितने लोगों को पकड़ा गया है? बादली से विधायक कुलदीप वत्स ने कहा कि जिला झज्जर, रोहतक और सोनीपत दिल्ली से सटे एरिया हैं। हमने बार-बार कहा है कि व्यापारियों और विधायकों को धमकी मिल रही हैं। वहां नशे का कारोबार हो रहा है। कुलदीप वत्स ने कहा कि थाने में एक सब इंस्पेक्टर लेवल का अधिकारी बुलाकर बदमाशों से फैसले करवाता है तो कानून व्यवस्था का क्या होगा? लंबे समय से वहां तैनात पुलिस इंस्‍पेक्‍टरों व सिपाहियों की जांच होनी चाहिए। साथ ही इनका तबादला हो।

गोहाना से विधायक जगबीर मलिक ने कहा कि हमारे कई साथियों को धमकियां तक आई हैं। इस्‍तीफा तक देना पड़ा है। सोनीपत से कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पवार ने धमकी आने पर इस्‍तीफा दे दिया था। जगबीर मलिक ने कहा कि सरकार ही गंभीर नहीं है। बताओ बजट में इस मद में सरकार ने क्‍या अतिरिक्‍त प्रावधान किए हैं। नूंह से विधायक आफताब अहमद ने कहा कि हरियाणा बनने के बाद से इस तरह का माहौल कभी नहीं रहा। नूंह में क्‍या हुआ। सीबीआई इंस्‍पेक्‍टर ने कैमरे के सामने माना था कि उसने माहौल खराब होने के इनपुट सरकार को दिए थे, लेकिन क्‍या हुआ। रेवाड़ी से विधायक चिरंजीव राव ने कहा कि नफे सिंह राठी के परिवार के सुरक्षा मांगने के बावजूद क्‍यों नहीं मिली। उन अधिकारियों को भी देखना होगा, जिन्‍होंने ऐसा किया। नेता विरोधी दल भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार पर गंभीर सवाल उठाए। उन्‍होंने कहा कि हरियाणा में आज जो परिस्थितियां हैं उसमें हर नागरिक असुरक्षित महसूस कर रहा है। हत्या, लूट, चोरी, डकैती की वारदातें आम हो गई हैं। कोई कदम सरकार की तरफ से नहीं उठाए गए। ऐसे राज्‍य में कोई निवेश कैसे आएगा। हुड्डा ने कहा कि कानून-व्‍यवस्‍था में हम कहां खड़े हैं। खनौरी बार्डर पर एक किसान की मौत का उदाहरण देते हुए कहा कि उसका पोस्‍टमार्टम नहीं हुआ। हरियाणा पुलिस कह रही है कि हमारे क्षेत्र में घटना नहीं हुई और पंजाब पुलिस अपने क्षेत्र में न होने की बात कर रही है। नफे सिंह राठी के परिवार को सुरक्षा मांगने के बाद भी नहीं मिली। कौन इसकी जांच करेगा। हुड्डा ने सवाल खड़ा किया कि सुरक्षा क्‍यों नहीं दी गई। पूर्व सीएम ने कहा कि जज की निगरानी में सीबीआई जांच से कम उन्‍हें कुछ भी मंजूर नहीं होगा।


उन्‍होंने सत्‍ता पक्ष के विधायकों पर सवाल खड़ा किया विपक्ष के सभी विधायक बोल रहे हैं, लेकिन सत्‍ता पक्ष से कोई विधायक क्‍यों नहीं बोल रहा। क्‍या सब सही है। इस पर गृह मंत्री अनिल विज ने माना कि 14-07-2022 को एसपी झज्‍जर को नफे सिंह राठी की तरफ से सुरक्षा संबंधी एक पत्र मिला था। इस पर कोलकाता से धमकी देने वाले एक व्‍यक्ति को पकड़ कर भी लाया गया था। इसके बाद विज अपराध के पुराने आंकड़े गिनाते हुए पुरानी सरकारों पर ही सवाल खड़े करने लगे, जिस पर विपक्ष ने गंभीर आपत्ति जताई। विस में इस बहस के बीच में कई बार हंगामें के हालात बने। आश्‍चर्य इस बात को लेकर भी था कि जब इतने गंभीर विषय पर विपक्ष के लोग अपनी बात रख रहे थे तो कई बीजेपी विधायक हंस रहे थे। अंत में विपक्ष के भारी दबाव के बीच अनिल विज ने सीबीआई से जांच करवाने की बात मान ली।   

बीजेपी का पूर्व एमएलए भी आरोपी

FIR 37...2024.pdf
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पुलिस ने गाड़ी के ड्राइवर और नफे सिंह राठी के भांजे संजय के बयान पर बीजेपी के पूर्व विधायक नरेश कौशिक, पूर्व चेयरमैन कर्मबीर राठी,, पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के पुत्र सतीश नंबरदार, पोते गौरव, राहुल बीजेपी अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है। बहादुरगढ़ के लाइनपार थाने में मुकदमा नंबर 37, दिनांक 26 फरवरी 2024 को आइपीसी की धारा 147, 148, 149, 307, 302, 120बी, 25-27- 54-59 आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज किया गया है। हमलावर जाते वक्‍त संजय से यह बोलकर गए थे कि तुझे जिंदा छोड़ रहे हैं। जाकर इनके घर बता देना कि नरेश कौशिक, कर्मबीर राठी, सतीश राठी आदि के खिलाफ कभी भी अदालत गए तो सारे परिवार को जान से मार देंगे।

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