एलजेपी नेता ने बताया कब होगा लोकसभा चुनाव का ऐलान, क्या बीजेपी और उसके सहयोगियों की मंशा से चलता है चुनाव आयोग !

केंद्र की मोदी सरकार में शामिल बिहार की लोक जनशक्ति पार्टी ने दावा किया है कि लोकसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान 6 वसे 10 मार्च के बीच होगा, और इससे पहले बिहार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक रैली का आयोजन किया जाएगा।

फोटो : सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

क्या बीजेपी और एनडीए में उसके सहयोगियों की मर्जी से ही तय हो रहा है इस साल होने वाले लोकसभा चुनावों की तारीखें? क्या चुनाव आयोग सत्तारूढ़ गठबंधन के इशारे पर चुनावी कार्यक्रम तय करता है? पूर्व में भी ऐसा हो चुका है जब चुनाव आयोग के ऐलान से पहले ही सत्तारूढ़ दल के नेताओं ने तारीखों का ऐलान कर दिया है। एक बार फिर ऐसा ही होता नजर आ रहा है।

बीजेपी की सहयोगी पार्टी राम विलास पासवान की एलजेपी के नेता ने दावा किया है कि आगामी लोकसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग 6 से 10 मार्च के बीच करेगा। पटना एनडीए की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में एलजेपी के बिहार अध्यक्ष पशुपति पारस ने यह दावा किया। उन्होंने बताया कि, “हम 3 मार्च को पीएम मोदी की रैली का आयोजन करने जा रहे हैं। क्योंकि 6 और 10 मार्च के बीच कभी भी चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जा सकता है।”

जब उनसे पूछा गया कि क्या आपको चुनाव आयोग के कार्ययक्रमों की पूर्व जानकारी है तो उन्होंने कहा कि वह मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर जानकारी साझा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2014 में भी लोकसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान मार्च में हुआ था, ऐसे में गुंजाइश है कि इस साल भी मार्च में ही इसकी घोषणा हो

यहां ध्यान देने की जरूरत है कि निर्वाचन आयोग एक स्वतंत्र और स्वायत्त संवैधानिक संस्था है। ऐसे में चुनाव के ऐलान और मतदान की तारीखों की जानकारी उसी तक सीमित रहती है। लेकिन सत्तारूढ़ दल के नेताओं द्वारा चुनाव आयोग के कार्यक्रमों का खुलासा करना संदेह पैदा करता है।

इससे पहले अक्टूबर 2017 में जब राज्यों की विधानसभाओं के चुनावों का ऐलान होना था तब भी चुनाव आयोग पर केंद्र सरकार के इशारे पर काम करने का आरोप लगा था। चुनाव आयोग ने हिमाचल प्रदेश के चुनाव की तारीखों का तो ऐलान कर दिया था, लेकिन गुजरात चुनाव के कार्यक्रम में देरी की थी। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात में कई नए प्रोजेक्ट और योजनाओं का उद्घाटन और घोषणा की थी। हालांकि चुनाव आयोग ने तब इन आरोपों का खंडन किया था।

दरअसल चुनावों की तारीखों का ऐलान होते ही चुनाव आचार संहिता लागू हो जाती है और सरकार किसी भी नई योजना का ऐलान नहीं कर सकती और न ही किसी प्रोजेक्ट का शिलान्यास आदि कर सकती है। अब चूंकि चुनाव सिर पर हैं ऐसे में एनडीए ने प्रधानमंत्री मोदी की कई रैलियों का आयोजन किया है जिसमें वे कुछ योजनाओं आदि का ऐलान कर सकते हैं।

पिछले दिनों खबरें आई थीं कि चुनाव आयोग मार्च के पहले सप्ताह में लोकसभा चुनावों के कार्यक्रम का ऐलान कर सकता है, लेकिन बाद में आयोग की तरफ से ऐसी खबरों का खंडन किया गया था।

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Published: 28 Jan 2019, 10:42 AM