दिल्ली की वायु गुणवत्ता अभी भी 'बहुत खराब' श्रेणी में, इन इलाकों का हाल सबसे बुरा, डॉक्टरों ने बीमारी को लेकर चेताया
डॉक्टरों ने चेताया है कि खराब श्रेणी की वायु गुणवत्ता के लंबे समय तक संपर्क में रहने से सांस की बीमारी हो सकती है।
राष्ट्रीय राजधानी शहर में मंगलवार की सुबह धुंध की परत छाने के साथ समग्र वायु गुणवत्ता और भी खराब श्रेणी में आ गई। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के अनुसार, शहर का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) मंगलवार सुबह बेहद खराब श्रेणी में 346 दर्ज किया गया। पर्यावरण में पीएम 2.5 और पीएम 10 दोनों की कन्संट्रेशन मंगलवार को बेहद खराब 346 और खराब श्रेणी के तहत 237 दर्ज किया गया।
सफर के पूर्वानुमान के अनुसार, शहर की वायु गुणवत्ता बुधवार को बहुत खराब श्रेणी में एक्यूआई के 359 तक बढ़ने के साथ और खराब होगी। शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 'संतोषजनक', 101 और 200 'मध्यम', 201 और 300 'खराब', 301 और 400 'बहुत खराब' और 401 और 500 'गंभीर' श्रेणी में माना जाता है।
सफर प्रणाली के अनुसार मंगलवार सुबह पूसा, लोधी रोड और मथुरा रोड का वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहद खराब श्रेणी में क्रमश: 341, 306 और 344 दर्ज किया गया। डॉक्टरों ने चेताया है कि खराब श्रेणी की वायु गुणवत्ता के लंबे समय तक संपर्क में रहने से सांस की बीमारी हो सकती है।
हालांकि, दिल्ली के पड़ोसी शहर नोएडा का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक और भी गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया और वायु गुणवत्ता सूचकांक 438 पर पीएम 2.5 एकाग्रता के साथ 438 और पीएम 10 एकाग्रता 319 पर क्रमश: गंभीर और बहुत खराब श्रेणी में दर्ज किया गया।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
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