अगर आपको है ये बीमारी तो कराना होगा कोरोना टेस्ट, स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किया नया निर्देश

देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। ये आंकड़ा अब तक 300 के करीब पहुंच चुका है। इसी को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नया निर्देश जारी किया है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। ये आंकड़ा अब तक 300 के करीब पहुंच चुका है। इसी को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नया निर्देश जारी किया है। इसके अनुसार सभी निमोनिया मरीजों को कोरोना वायरस की जांच करानी होगी। ताकि कोई अनजाने में कोरोना से संक्रमित न रह जाए। स्वास्थ्य मंत्रालय ने 20 मार्च 2020 को यह निर्देश जारी किया है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी यह निर्देश 31 मार्च 2020 तक लागू रहेगा। साथ ही यह भी कहा गया है कि निमोनिया पीड़ित मरीजों की जानकारी नेशनल सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल (NCDC) या इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम (IDSP) में देनी होगी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश के सभी अस्पतालों को कहा है कि वे परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखें। केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम से देश में कोरोना मरीजों की जांच को लेकर उठ रहे सवालों पर विराम लगेगा। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) भी अपने प्रयोगशालाओं और देश के अन्य अस्पतालों में आ रहे कोरोना मरीजों पर नजर रख रही है। प्रयोगशालाओं में टेस्ट की संख्या बढ़ाई जा रही है।


इस फैसले से निमोनिया मरीजों की जांच से टेस्ट की संख्या तो बढ़ेगी ही, कोरोना के फैलाव और तीव्रता का सटीक अंदाजा भी लगाया जा सकेगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश के सभी अस्पतालों को निर्देश दिया है कि वे कोरोना वायरस की तैयारियों को लेकर 22 मार्च 2020 को जनता कर्फ्यू के दौरान ड्रिल करेंगे। ताकि अपनी क्षमताओं का आंकलन कर सकें।

मंत्रालय ने कहा है कि सभी अस्पताल जांच ले कि उनके पास पर्याप्त संख्या में वेंटिलेटर्स, ऑक्सीजन, मास्क, हैजमट सूट, आईसीयू आदि की व्यवस्था है कि नहीं। साथ ही यह भी कहा है कि हर मरीज के साथ एक ही अटेंडेंट होगा। इस नियम का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए।

आपको बता दें कि कोरोना वायरस से बीमार व्यक्ति को गंभीर स्तर का निमोनिया हो जाता है। जिसकी वजह से उसके फेफड़े काम करना बंद कर देते हैं। चीन के वुहान में भी सबसे पहले निमोनिया के ही मामले सामने आए थे, जो बाद में पता चला कि कोरोना से संक्रमित हैं।

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