देश में 15 अगस्त तक तीन करोड़ के करीब पहुंच सकती है कोरोना मरीजों की संख्या! केंद्र ने राज्यों को दी चेतावनी
कोरोना मरीजों की संख्या दोगुनी होनी की रफ्तार में कमी आई है और अब 10-12 दिन लग रहे हैं संख्या दोगुनी होने में। अगर इस रफ्तार से भी संख्या बढ़ती है तो 15 अगस्त तक पॉजिटिव केसों की संख्या 2.74 करोड़ पहुंचने की आशंका है। वहीं अनुमान है कि जून के अंंत में हर दिन करीब एक लाख केस सामने आने लग सकते हैं।
देश में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। कुल पॉजिटिव केसों की संख्या 27 हजार पार करने वाला है। 25 अप्रैल को थोड़ी राहत जरूर मिली जब संक्रमितों की संख्या उतनी तेजी से बढ़ती नहीं दिखी। लेकिन, 26 अप्रैल को एकबार फिर पॉजिटिव केसों की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की गई। इस दिन 1945 नए मामले सामने आए। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 24 घंटे में 47 मरीजों की जान गईं और कुल मौतों का आंकड़ा 826 हो गया। अब तक इस बीमारी से 5,913 लोग ठीक भी हुए हैं। केंद्र सरकार ने अनुमान लगाया है कि 15 मई तक देश में COVID-19 के 65000 मामले हो सकते हैं।
हालांकि मरीजों की संख्या दोगुनी होनी की रफ्तार में कमी आई है और अब 10-12 दिन लग रहे हैं संख्या दोगुनी होने में। अगर इस रफ्तार से भी संख्या बढ़ती है तो 15 अगस्त तक पॉजिटिव केसों की संख्या 2.74 करोड़ पहुंचने की आशंका है। वहीं अनुमान है कि जून के अंंत में हर दिन करीब एक लाख केस सामने आने लग सकते हैं। जनसत्ता के मुताबिक, यह अनुमान कैबिनेट सेक्रेटरी राजीव गाबा की अध्यक्षता में 26 अप्रैल को नई दिल्ली में हुई एक बैठक के दौरान सरकार की ओर से जताया गया। इस बैठक में सभी राज्यों के मुख्य सचिव शामिल थे।
मीटिंग में एक अधिकारी ने बताया कि बैठक में एक प्रेजेंटेशन दी गई। इसमें राज्यों के पास मौजूदा स्वास्थ्य संबंधी इन्फ्रास्ट्रक्चर का ब्यौरा भी था। साथ ही आने वाली चुनौतियों की तस्वीर भी पेश की गई। खास कर यह सोचते हुए कि देशबंदी का विकल्प अनिश्चितकाल के लिए नहीं अपनाया जा सकता, क्योंकि इसकी बहुत बड़ी आर्थिक कीमत चुकानी पड़ती है।
मरीजों की संख्या दोगुनी होने की मियाद इस पर निर्भर करेगी कि देश के विभिन्न हिस्सों में लॉकडाउन में छूट को लेकर क्या निर्णय लिया जाता है। मार्च में यह मियाद सबसे कम, मात्र 3.5 दिन थी। सरकार के एक बड़े पदाधिकारी के मुताबिक, अब बुरी हालत में भी संक्रमण की रफ्तार दोगुनी होने की मियाद 5 दिन से कम नहीं हो सकती क्योंकि शारीरिक दूरी, लगातार हाथ धोने जैसे कई कदम लोगों ने आत्मसात कर लिए हैं। पर अगर यह मियाद 5 दिन के लेवल पर भी पहुंच गई तो वास्तविक स्थिति उस अनुमान से भी बदतर हो सकती है, जो राज्यों के साथ साझा की गई है।
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Published: 27 Apr 2020, 2:00 PM