राजधानी दिल्ली में फ्रंटलाइन वर्कर्स के बाद इन्हें लगाई जाएगी कोरोना की वैक्सीन
दिल्ली में स्कूल खोले जाने में अभी कुछ और वक्त लग सकता है। प्राथमिकता के आधार पर दिल्ली सरकार 51 लाख लोगों को सबसे पहले कोरोना वैक्सीन लगाएगी। इसके उपरांत दिल्ली में बच्चों को कोरोना वैक्सीन दी जाएगी।
दिल्ली में स्कूल खोले जाने में अभी कुछ और वक्त लग सकता है। प्राथमिकता के आधार पर दिल्ली सरकार 51 लाख लोगों को सबसे पहले कोरोना वैक्सीन लगाएगी। इसके उपरांत दिल्ली में बच्चों को कोरोना वैक्सीन दी जाएगी। बच्चों से पहले यह कोरोना वैक्सीन, फ्रंटलाइन वर्कर्स को उपलब्ध कराई जाएगी। दिल्ली सरकार के शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक इन सब तैयारियों के मद्देनजर स्कूल खोलने में अभी 6-7 महीने का समय और लग सकता है। इसके साथ ही दिल्ली सरकार इस वर्ष नर्सरी दाखिले भी स्थगित करने की योजना पर काम कर रही है।
दरअसल विभिन्न अभिभावक संगठनों ने दिल्ली और केंद्र सरकार से मांग की है कि जब तक कोरोना वैक्सीन न आ जाए, तब तक स्कूल नहीं खोले जाने चाहिए। अखिल भारतीय अभिभावक संघ के अध्यक्ष अशोक अग्रवाल ने कहा, "बच्चों की सुरक्षा बेहद आवश्यक है, सरकार को इस पूरे शैक्षणिक वर्ष को जीरो ईयर ईयर घोषित करना चाहिए। बच्चों की पूरी सुरक्षा सुनिश्चित होने पर ही स्कूल खोले जाने चाहिए।"
अभिभावकों द्वारा उठाई गई मांगों के मद्देनजर दिल्ली सरकार, दिल्ली में सभी बच्चों को वैक्सीन उपलब्ध कराने की योजना पर काम कर रही है। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के मुताबिक सरकार की सबसे पहली प्राथमिकता स्वास्थ्य कर्मी और फ्रंटलाइन योद्धाओं को वैक्सीन देने की है। उसके बाद बुजुर्ग और सभी बच्चों को वैक्सीन दी जाएगी। इसके बाद सारी दिल्ली का वैक्सीनेशन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को वैक्सीनेशन प्लान की जानकारी देते हुए कहा, "दिल्ली सरकार पहले चरण में वरियता सूची में शामिल 51 लाख लोगों को वैक्सीन देगी। इसमें 3 लाख हेल्थ वर्कर, 6 लाख फ्रंटलाइन वर्कर और करीब 42 लाख लोग 50 वर्ष से अधिक उम्र के व गंभीर रोग से ग्रसित लोग शामिल हैं। इन्हें वैक्सीन की दो-दो डोज दी जाएगी और इसके लिए एक करोड़ 2 लाख डोज की जरूरत पड़ेगी।"
दिल्ली सरकार का कहना है कि कोरोना वैक्सीन केंद्र सरकार उपलब्ध कराएगी। यह वैक्सीन कब तक और कितनी मात्रा में मिलेगी यह केंद्र सरकार पर निर्भर करता है। दिल्ली सरकार के पास अभी 74 लाख डोज स्टोर करने की क्षमता है, लेकिन एक सप्ताह के अंदर यह क्षमता बढ़ा कर एक करोड़ 15 लाख तक कर दी जाएगी।
लोगों को वैक्सीन लेने के लिए पंजीकरण कराना होगा और उन्हें एसएमएस सहित अन्य माध्यमों से वैक्सीन लगवाने का स्थान और दिन बताया जाएगा। वैक्सीन लगाने वाली एक टीम में पांच लोग शामिल होंगे।
दिल्ली सरकार के मुताबिक इसके लिए सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को चिंहित करके इन्हें प्रशिक्षण दे दिया गया है। साथ ही, वैक्सीन का दुष्प्रभाव पड़ने पर उस व्यक्ति को तत्काल इलाज देने के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों की व्यवस्था भी पूरी कर ली गई।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
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