मध्य प्रदेश में नहीं थम रहा नवजातों की मौत का सिलसिला, कमल नाथ बोले- स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली को स्वीकारे सरकार
पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सच्चाई स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि, "शहडोल में मासूम बच्चों की मौत निरंतर जारी है, आंकड़ा 24 पर पहुंचा।"
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमल नाथ ने राज्य की अस्पतालों के हालात पर चिंता जाहिर करते हुए शिवराज सरकार पर निशाना साधा है। पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सच्चाई स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि, "शहडोल में मासूम बच्चों की मौत निरंतर जारी है, आंकड़ा 24 पर पहुंचा। सतना में नौ बच्चों की मौत, अनूपपुर, मंडला में भी यही हाल।"
पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने हमीदिया अस्पताल सहित राज्य के अन्य अस्पताल की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं का हवाला देते हुए कहा, "हमीदिया में बिजली गुल से तीन मरीजों की मौत, जांच के नाम पर सरकारी लीपापोती और अब सागर के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में वार्मर, इंफ्यूजन पंप, वेंटीलेटर में फॉल्ट, 18 मासूम बच्चों की जान पर बन आयी? ये है प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं के हाल, आखिर लीपापोती बंद कर कब सच्चाई स्वीकारेगी शिवराज सरकार।"
बता दें कि मध्य प्रदेश के शहडोल जिला अस्पताल में बच्चों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। कुशा भाऊ ठाकरे जिला अस्पताल में उपचार के दौरान दो और बच्चों की मौत हो गई। उमरिया जिले की 4 और 3 माह की दो नवजात बच्चियों की सोमवार को मौत हुई। तीन बच्चों की हालत गंभीर बनी हुई है। 26 नवंबर से लेकर 14 दिसंबर के बीच अस्पताल के SNCU औरर PICU में भर्ती 23 नवजातों की मौत हो चुकी है।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
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Published: 15 Dec 2020, 4:37 PM