चुनावी फायदे के लिए आरबीआई को लूटना चाहती है मोदी सरकार, बैंक से मांगे थे 3.6 लाख करोड़: कांग्रेस
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि सेक्शन-7 का इस्तेमाल कर मोदी सरकार आरबीआई के फंड को हथियाना चाहती है। उन्होंने कहा कि अगर मोदी सरकार ने आरबीआई के पास मौजूद साढ़े नौ लाख करोड़ में से 3.6 लाख करोड़ लेती है तो इससे निवेशकों का हौसला टूट जाएगा।
कांग्रेस ने मोदी सरकार द्वारा आरबीआई से 3.6 लाख करोड़ रुपये की रकम मांगे जाने के फैसले की कड़ी निंदा की है। दिल्ली के कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस से बात करते हुए कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि मोदी सरकार के इस कदम से देश की अर्थव्यवस्था को बड़ा नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार अपने फायदे के लिए देश की अर्थव्यवस्था को चोट पहुंचाना चाहती है।
मनीष तिवारी ने कहा कि सेक्शन-7 का इस्तेमाल कर मोदी सरकार आरबीआई के फंड को हथियाना चाहती है। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा आरबीआई पर डाका डालना है। तिवारी के मुताबिक, मोदी सरकार अपने राजनीतिक फायदे के लिए आरबीआई से 3.6 लाख करोड़ लेना चाहती है, ताकि 2019 के चुनाव में चुनावी रेवड़ी बांट सके। कांग्रेस नेता ने कहा कि ऐसा कदम 1934 से लेकर अब तक किसी भी सरकार ने नहीं उठाया है।
तिवारी ने कहा कि अगर मोदी सरकार ने आरबीआई के पास मौजूद साढ़े नौ लाख करोड़ में से केंद्र सरकार 3.6 लाख करोड़ लेती है तो इससे निवेशकों का हौसला टूट जाएगा। कांग्रेस नेता ने कहा, “अर्जेंटीना में एक बार ऐसा यह हुआ था। नतीजा, आज तक वहां की अर्थव्यवस्था पटरी पर नहीं लौट सकी है। गलत नीतियों की वजह से सरकार का खर्च बढ़ रहा है।”
खबरों के मुताबिक, वित्त मंत्रालय की ओर से आरबीआई को एक प्रस्ताव भेजा गया था, जिसमें आरबीआई के पास पड़े 9.59 लाख करोड़ रुपये में से 3.6 लाख करोड़ रुपये में केंद्र सरकार को ट्रांसफर करने की बात कही गई थी। इसी को लेकर कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए हैं।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: 06 Nov 2018, 4:41 PM