CAA के खिलाफ राजघाट पर कांग्रेस का सत्याग्रह, राहुल बोले- जो देश के दुश्मन नहीं कर पाए, वो मोदी करना चाहते हैं
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ कांग्रेस ने आज बापू की समाधि राजघाट पर सत्याग्रह किया। सोनिया गांधी, राहुल गांधी और डॉ मनमोहन सिंह समेत कांग्रेस के सभी बड़े नेता इसमें मौजूद रहे। सभी ने संविधान की प्रस्तावना का पाठ कर उसकी रक्षा का प्रण लिया।
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ सोमवार को कांग्रेस ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि ‘राजघाट’ पर सत्याग्रह किया। इस सत्याग्रह में पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, प्रियंका गांधी, गुलाम नबी आजाद, एके एंटनी, अहमद पटेल, अशोक गहलोत, कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया समते कई बड़े नेता मौजूद रहे। सोनिया गांधी के राजघाट पहुंचने के बाद वंदे मातरम के गान के साथ औपचारिक रूप से सत्याग्रह शुरू हो गया। इस दौरान सभी नेता वहां जमीन पर की गई व्यवस्था पर बैठे।
सत्याग्रह के मंच से राहुल गांधी ने नागरिकता कानून पर पीएम मोदी को घेरते हुए कहा कि “भारत माता की आवाज पीएम मोदी को देश पर आक्रमण करने नहीं देगी, देश को बांटने नहीं देगी। भारत का संविधान हर धर्म के लोगों ने बनाया था। सबकी आवाज इस संविधान में शामिल है और कोई इस संविधान पर आक्रमण नहीं कर सकता। पूरा हिंदुस्तान आपको रोकेगा।” उन्होंने कहा कि “जनता की आवाज ने अंग्रेजों को प्यार और शांति से भगाया। इसी आवाज ने भारत की अर्थव्यवस्था को बनाया। उस आवाज के बिना हिंदुस्तान नहीं रहेगा। देश के दुश्मनों ने इस आवाज को दबाने की कोशिश की, देश की अर्थव्यवस्था को तोड़ने की कोशिश की, लेकिन जनता की आवाज ने ऐसा नहीं होने दिया।”
राहुल गांधी ने कहा कि जो काम देश के दुश्मन नहीं कर पाए वो काम आज नरेंद्र मोदी पूरा दम लगाकर करने की कोशिश कर रहे हैं। उनकी कोशिश है कि हमारा विकास नष्ट हो जाए और देश की आवाज शांत हो जाए। नरेंद्र मोदी जब न्यायपालिका पर दबाव डालते हैं तो वो देश की आवाज को चोट पहुंचाते हैं। जब वो छात्रों पर गोली चलवाते हैं तब वो देश की आवाज को शांत करवाने की कोशिश करते हैं। जब वो पत्रकारों को डराते हैं तो देश की आवाज को डराने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा, 'मोदी जी आप कांग्रेस पार्टी से नहीं लड़ रहे। ये कांग्रेस पार्टी नहीं, बल्कि पूरे देश की आवाज है, जिसके खिलाफ आप खड़े हैं। यह भारत माता की आवाज है और अगर आप इसके खिलाफ रहोगे तो भारत माता आपको जबरदस्त जवाब देने जा रही है।”
पीएम मोदी के कपड़ों वाले बयान पर राहुल गांधी ने निशाना साधते हुए कहा, “जहां तक कपड़ों की बात है, तो पूरा देश आपको आपके कपड़ों से पहचानता है। 2 करोड़ का सूट हिंदुस्तान की जनता ने नहीं, मोदी जी आपने पहना था। आप बताइए, अर्थव्यस्था कैसे चौपट हो गई, युवाओं को रोजगार क्यों नहीं मिल रहा है। आप इन सबमें फेल रहे तो भारत को बांटने का काम शुरू कर दिया। आप सिर्फ एक काम कर सकते हो, जो सालों से आपको आपके संगठन ने सिखाया है और इस काम को आपसे बेहतर कोई नहीं कर सकता। वो काम ये है कि हिंदुस्तान को कैसे बांटा जाए। कैसे देश में नफरत फैलाई जाए, कैसे तोड़ा जाए। यही आपको सालों से सिखाया गया है।”
इससे पहले कार्यक्रम में आए लोगों को संबोधित करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान उत्तर प्रदेश के बिजनौर में मारे गए दो युवाओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा, “हम संविधान की रक्षा का आज संकल्प लें बिजनौर के 22 साल के बच्चे अनस के नाम, जो कॉफी की मशीन चलाकर अपने परिवार का खर्च चलाता था और उसकी कुछ समय पहले ही शादी हुई थी। हम संकल्प लें वहीं के 21 साल के सुलेमान के नाम, जो यूपीएससी की तैयारी कर रहा था, जिसकी मां ने कल शाम मुझसे कहा- मेरा बेटा वतन के लिए शहीद हुआ है। उन सभी बच्चों के नाम जो इस आंदोलन में शहीद हुए हैं। बिजनौर के ओमराज सैनी के नाम, जिसके 5 बच्चे अभी भी उनका घर पर इंतजार कर रहे हैं, और वह अस्पताल में घायल हैं। उन सबके नाम आज हम संकल्प करें कि हम इस संविधान की रक्षा करेंगे, इस संविधान को नष्ट नहीं होने देंगे। इसके बाद उन्होंने संविधान की प्रस्तावना पढ़ी।
सत्याग्रह की शुरुआत में कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया। उनके बाद पूर्व पीएम डॉ मनमोहन सिंह ने भी संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया। उनके बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने भी संविधान की प्रस्तावना पढ़ी औऱ कहा कि कहा कि आज ऐसे लोग सत्ता में हैं जो आजादी की लड़ाई में कहीं भी नहीं थे। आज राष्ट्र, लोकतंत्र और संविधान खतरे में है और युवाओं ने इसके खिलाफ आवाज उठाई है। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने इस दौरान कहा कि नागरिकता कानून के कारण लोकतंत्र खतरे में है और पीएम मोदी इसे लेकर गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र का एजेंडा आरएसएस का एजेंडा है, वो देश को बांटना चाहते हैं। हम उनसे मुकाबला करने को तैयार हैं। पूरा देश उनका मुकाबला करने को तैयार है। इसके बाद उन्होंने भी संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया।
उनके अलावा जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने भी संविधान की प्रस्ताना पढ़ी। उनके बाद पूर्व स्पीकर मीरा कुमार ने भी संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया और कहा कि इस देश को आजाद कराने के लिए गरीबों और दलितों ने कुर्बानी दी थी। लेकिन उस समय किसी ने उनसे नागरिकता नहीं पूछी थी, आज ऐसा क्या हो गया है कि उनसे उनकी नागरिकता पूछी जा रही है। आज जो लोग नागरिकता पूछ रहे हैं वो कुर्बानी देने के समय नदारद थे। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस दौरान कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लागू किया गया नागरिकता कानून एमपी में लागू नहीं होगा। कांग्रेस सरकार इसे प्रदेश में लागू नहीं करेगी। सत्याग्रह में कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि भारत की आत्मा हमेशा से बुलंद है और रहेगी। उन्होंने कहा कि सत्य कभी पराजित नहीं हो सकता। इसके बाद उन्होंने संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया। कांग्रेस के सत्याग्रह में बॉक्सर और कांग्रेस नेता विजेन्द्र सिंह भी मौजूद रहे और उन्होंने भी मंच से संविधान की प्रस्तावना पढ़ी।
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