कई मंत्रियों की छुट्टी कर केंद्र ने स्वीकारी अपनी नाकामी : कांग्रेस
मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल की असली कहानी कई मंत्रियों की छुट्टी है जो इस बात का प्रमाण है कि सरकार ने अपनी गलतियों और नाकामियों को स्वीकार किया है।
नरेंद्र मोदी सरकार ने आखिर खुद ही स्वीकार कर लिया कि वह हर मोर्चे पर नाकाम रही है। रविवार को हुए कैबिनेट फेरबदल और विस्तार से स्पष्ट है कि केंद्र सरकार ने महा-गलतियां की हैं और इसीलिए कई मंत्रियों की सरकार से छुट्टी कर दी गयी। ये आरोप कांग्रेस ने मंत्रिमंडल विस्तार पर अपनी प्रतिक्रिया में लगाए हैं।
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा :
मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल की असली कहानी कई मंत्रियों की छुट्टी है जो इस बात का प्रमाण है कि सरकार ने अपनी गलतियों और नाकामियों को स्वीकार किया है।” उन्होंने कहा स्किल डेवलेपमेंट मंत्री राजीव रूडी, श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय और छोटे और लघु इंटरप्राइज़ मंत्री कलराज मिश्र को हटाने से सिद्ध हो गया है कि इस सरकार के कार्यकाल में न तो देश स्किल्ड हो पाया और न ही रोजगार बढ़ा है, साथ ही छोटे और मझोले कारोबार चौपट हो गए हैं।
मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल की असली कहानी कई मंत्रियों की छुट्टी है जो इस बात का प्रमाण है कि सरकार ने अपनी गलतियों और नाकामियों को स्वीकार किया है।” उन्होंने कहा स्किल डेवलेपमेंट मंत्री राजीव रूडी, श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय और छोटे और लघु इंटरप्राइज़ मंत्री कलराज मिश्र को हटाने से सिद्ध हो गया है कि इस सरकार के कार्यकाल में न तो देश स्किल्ड हो पाया और न ही रोजगार बढ़ा है, साथ ही छोटे और मझोले कारोबार चौपट हो गए हैं।
तिवारी ने ये आरोप भी लगाया कि जिन मंत्रियों का प्रोमोशन हुआ वह सिर्फ इसलिए क्योंकि वे आम लोगों के लिए नहीं बल्कि ‘खास’ लोगों के लिए काम करते रहे हैं। तिवारी ने कहा कि, “पेट्रोलियम मंत्री बीते 38 महीनों से सिर्फ खास लोगों के लिए काम करतेरहे हैं न कि आम आदमी के लिए, इसीलिए उनका प्रोमोशन हुआ है।” उन्होंने ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल के प्रोमोशन पर कहा कि उन्हें सिर्फ इसीलिए ईनाम दिया गया है क्योंकि वे बीजेपी के कोषाध्यक्ष भी हैं और पिछले दिनों आयी एडीआर कि रिपोर्ट से जाहिर है कि उनका प्रदर्शन कैसा रहा है।
वहीं कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि केंद्र सरकार की छवि पहले ही खराब हो चुकी है। अब वह क्या बदलाव करते हैं इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है, वह अपनी छवि दोबारा नहीं बना सकते हैं।
इस बीच मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक शिवेसना ने कहा है कि एनडीए अब मृत प्राय है।
बीजेपी अब एनडीए सहयोगियों को तभी याद करती है जब उसे उनकी जरूरत होती है। शिवसेना नेता संजय राउत ने इससे पहले कैबिनेट विस्तार और फेरबदल का मजाक भी उड़ाया था।
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Published: 03 Sep 2017, 3:43 PM