मुख्य सचिव मामला: एलजी से मुलाकात के बाद केजरीवाल के सुर पड़े ढीले, बैजल ने कहा, ‘लोकतंत्र में हिंसा की कोई जगह नहीं’ 

मुख्य सचिव के साथ मारपीट मामले में सीएम केजरीवाल और उनके मंत्रिमंडल सहयोगियों से मुलाकात के बाद दिल्ली के एलजी अनिल बैजल ने कहा है कि लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है।

पोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ मारपीट मामले में 23 फरवरी को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने मंत्रिमंडल सहोगियों के साथ दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल से मुलाकात की। मुलाकात के बाद एलजी ने ट्वीट कर कहा, “सीएम अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्रिमंडल सहयोगियों से मुलाकात हुई। हाल में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं की कठोर निंदा करता हूं। मैंने निर्वाचित सरकार को सरकारी कर्मचारियों के साथ अविश्वास के माहौल को खत्म करने की सलाह दी है, ताकि दिल्ली का विकास प्रभावित ना हो।” बैजल ने आगे कहा, “लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है।”

एलजी से मुलाकात के बाद सीएम केजरीवाल ने भी ट्वीट कर कहा कि 3 दिन से अधिकारी किसी बैठक में शामिल नहीं हो रहे हैं, जिससे दिल्ली का प्रशासन प्रभावित हो रहा है। मैं इसको लेकर बहुत चिंतित हूं। केजरीवाल ने ट्वीट में लिखा, “उपराज्यपाल ने आश्वासन दिया है कि यह सुनिश्चित करने के लिए वह हर कदम उठाएंगे कि अधिकारी सामान्य कामकाज पर लौट आएं। कैबिनेट मंत्रियों ने उन्हें पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है।” आखिर में केजरीवाल ने लिखा, “दिल्ली की बेहरती के लिए हम सभी को एक साथ मिलजुल कर काम करने की जरूरत है।”

दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ मारपीट मामले में शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब दिल्ली के एक ‘आप’ विधायक ने इस मामले में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। उत्तम नगर से 'आप' विधायक नरेश बाल्यान ने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि 'जो मुख्य सचिव के साथ हुआ, जो इन्होंने झूठे आरोप लगाए हैं, मैं तो कहता हूं कि ऐसे अधिकारियों को ठोकना चाहिए।' आप विधायक यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा, 'जो आम आदमी के काम रोककर बैठे हैं, ऐसे अधिकारियों के साथ यही सलूक होना चाहिए।'

इस बीच मुख्य सचिव के साथ कथित तौर पर मारपीट मामले में अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी को उस समय एक और बड़ा झटका लगा, जब 23 फरवरी को मामले के आरोपी दोनों विधायकों, अमानतुल्लाह खान और प्रकाश जारवाल की जमानत याचिका को दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने खारिज कर दिया। दोनों ही विधायकों को फिलहाल न्यायिक हिरासत में ही रहना होगा।

मुख्य सचिव से मारपीट मामले में दिल्ली की केजरीवाल सरकार की लगातार मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। पार्टी के दो विधायकों की गिरफ्तारी के बाद 23 फरवरी की सुबह दिल्ली पुलिस सीएम अरविंद केजरीवाल के घर को खंगालने के लिए पहुंची। दिल्ली पुलिस का मकसद सीसीटीवी फुटेज हासिल करना और घटना स्थल का निरीक्षण करना था। उत्तर दिल्ली के अडिशनल डीसीपी हरेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस दल सीएम हाउस पहुंचा। पुलिस टीम के साथ फरेंसिक एक्सपर्ट की टीम भी मौजूद थे।

सीएम आवास पर दिल्ली पुलिस की छापेमारी के बाद अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “जितनी शिद्दत से मुख्य सचिव से मारपीट मामले की जांच हो रही है, मुझे खुशी है, लेकिन मैं जांच एजेंसियों से पूछना चाहता हूं कि क्या वे जय लोया केस में अमित शाह से पूछताछ की हिम्मत दिखाएंगी। अगर ऐसा करती हैं तो देश उन्हें बधाई देगा।”

इस बीच मुख्य सचिव से मारपीट मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल ने उप राज्यपाल अनिल बैजल से मिलने का वक्त मांगा है।

प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा, “आज की मीटिंग में जो भी आईएएस एसोसिएशन के सदस्य थे, वे अपनी बात रखना चाहते थे। दिल्ली प्रशासन से हो रही दिक्कतों को लेकर उन्होंने विस्तार से जानकारी दी है।”

सीएम अरविंद केजरीवाल के सलाहकार वीके जैन ने कोर्ट में अपने बयान में कहा था, “उनके सामने मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से मारपीट हुई थी। जिस वक्त मुख्य सचिव के साथ मारपीट हुई थी, उस समय सीएम अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी वहीं मौजूद थे।” इस बयान के बाद आम आदमी पार्टी ने सफाई देते हुए कहा कि वीके जैन ने पुलिस के दबाव में बयान बदला है। वीके जैन (रिटायर्ड आईएएस) दिल्ली के मुख्यमंत्री के सलाहकार हैं, जिन्हें 21 फरवरी को दिल्ली पुलिस ने उनसे पूरे मामले में पूछताछ की थी।

दिल्ली पुलिस की तरफ से सरकारी वकील ने 22 फरवरी को वीके जैन की ओर से दिए गए बयान को कोर्ट के सामने पेश किया और कहा कि हमारे पास वीके जैन का 164 के तहत दर्ज बयान है। जिसमें उन्होंने कहा है कि मुख्य सचिव अंशु प्रकाश को प्रकाश जरवाल और अमानतुल्ला खान ने घेर रखा था और उनके साथ मारपीट की।

मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के समर्थन में दिल्ली एजेकुशन स्टेट एडवाइजरी के सदस्य आईएएस अफसर धीर झिंगरान ने अपना पद छोड़ दिया है। उन्होंने एजुकेशन विभाग के सचिव को खत लिख कर कहा है कि वह अपना पद अंशु प्रकाश से हुई बदलसूकी के विरोध में छोड़ रहे हैं।

फोटो: सोशल मीडिया 
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दिल्ली एजेकुशन स्टेट एडवाइजरी के सदस्य आईएएस अफसर धीर झिंगरान ने छोड़ा अपना पद

9 फरवरी को देर रात सीएम केजरीवाल के साथ एक बैठक में हिस्‍सा लेने के लिए मुख्‍य सचिव अंशु प्रकाश मुख्‍यमंत्री आवास पर गए थे। उन्‍होंने सीएम के सामने आप विधायकों द्वारा मारपीट करने का आरोप लगाया था।

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Published: 23 Feb 2018, 1:42 PM