बदलने लगे पीएम मोदी के करीबियों के सुर, रामदेव के बाद सरेशवाला ने कहा- खिसक रही है बीजेपी की जमीन
तीन राज्यों में बीजेपी की हार के बाद पीएम मोदी के करीबियों के भी सुर बदलने लगे हैं। बीजेपी के लिए पिछले चुनावों में पूरा जोर लगाने वाले योग गुरू रामदेव के बाद अब पीएम मोदी के खास माने जाने वाले जफर सरेशवाला ने भी कहा है कि बीजेपी की जमीन खिसक रही है।
विधानसभा चुनाव नतीजों में तीन हिंदी भाषी राज्यों (छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान) में बीजेपी की हार क्या हुई, पीएम मोदी के बेहद करीबी माने जाने वाले लोगों के भी सुर बदलने लगे हैं। हाल ही में अब तक पीएम मोदी के प्रखर समर्थक रहे योग गुरु रामदेव ने ये कहकर बीजेपी को झटका दे दिया था कि वह नहीं कह सकते कि अगला पीएम कौन होगा और वो न तो किसी का समर्थन करते हैं और न ही किसी का विरोध करते हैं।
रामदेव के इस बयान के अभी मायने निकाले ही जा रहे थे कि अब पीएम मोदी के खासमखास माने जाने वाले गुजरात के कारोबारी जफर सरेशवाला ने भी कह दिया है कि बीजेपी की जमीन तेजी से खिसक रही है। द प्रिंट की खबर के अनुसार सरेशवाला ने बीजेपी की वर्तमान कार्यशैली और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की कड़े शब्दों में आलोचना की है। उन्होंने साफतौर पर कह दिया है कि शाह की अध्यक्षता में बीजेपी की जमीन खिसक रही है और इससे बचने के लिए पीएम मोदी को अपने हाथों में पार्टी की कमान ले लेनी चाहिए।
हैदराबाद स्थित मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी के पूर्व चांसलर रहे कारोबारी जफर सरेशवाला ने कहा कि 2014 में जिस सकारात्मक ऊर्जा के साथ बीजेपी सत्ता में आई थी उसकी ताकत अब कम हो गई है। उन्होंने विवादित बयानों की तरफ इशारा करते हुए कहा कि पार्टी में कुछ लोग हैं जिनके भड़काऊ बयानों से पार्टी को नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि गिरीराज सिंह, साध्वी प्रज्ञा, उमा भारती, साक्षी महाराज अपने बयानों से जहर उगल रहे हैं। ऐसे ही लोग बीजेपी का नुकसान करेंगे।
सरेशवाला ने बीजेपी पर सांप्रदायिकता का आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी देश के फीसदी मुसलमानों की अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा कि देश के समाजिक तानेबाने को लेकर बीजेपी का जो रवैया है, उसी की वजह से जमीन खिसक गई है। उन्होने कहा कि इससे पहले कि 2014 की बनाई छवि बिगड़ जाए, पीएम मोदी को पार्टी की कमान अपने हाथों में ले लेनी चाहिए। सरेशवाला ने साफ तौर पर कहा कि मुस्लिम समाज को भड़काने के लिए बीजेपी नेता लगातार जहरीले बयान दे रहे हैं। लेकिन, यह बात देश के मुस्लिम समाज की अच्छी सोच को दिखाता है कि वे उनके बयानों पर कोई प्रतिक्रिया ही नहीं देते। उन्होंने बुलंदशहर हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कि इज्तेमा के दौरान फसाद की साजिश रची गई, लेकिन किसी मुस्लिम नेता ने इस दौरान प्रतिक्रिया नहीं दी, जिससे साजिश की आग नहीं भड़क सकी। उन्होंने इसे मुस्लिम समाज के लिए जीत बताया।
सरेशवाला यहीं नहीं रुके उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को बीजेपी के मुकाबले ज्यादा कद्दावर करार दिया। उन्होंने कहा कि राहुल की नई बनती छवि की चुनौती से निपटने के लिए बीजेपी नेताओं द्वारा आए दिन दिये जा रहे घृणा फैलाने वाले बयान उसके लिए घातक साबित होते जा रहे हैं।
बता दें कि अभी दो दिन पहले पीएम मोदी और बीजेपी के प्रखर समर्थक रहे योगगुरू रामदेव ने मदुरै में यह कहकर बीजेपी को सकते में डाल दिया था कि वह नहीं कह सकते कि देश का अगला पीएम कौन होगा। साथ ही उन्होंने ये भी कह दिया कि वह न तो किसी का समर्थन करते हैं और न ही किसी का विरोध करते हैं। इससे पहले रामदेव ने साफ कर दिया था कि वह 2019 में बीजेपी के लिए कैंपेनिंग नहीं करेंगे। उन्होंने कहा था कि 2019 के लोकसभा चुनावों में वो राजनीति से दूर रहेंगे। रामदेव के इस बयान को मौजूदा राजनीतिक हालात से जोड़कर देखा जा रहा है, जिसमें कांग्रेस ने राहुल गांधी के नेतृत्व में हिंदी पट्टी के राज्यों में बीजेपी को मात देते हुए सत्ता में वापसी की है।
गौरतलब है कि हाल के चुनावी नतीजों के बाद बीजेपी के कई पुराने समर्थक अब धीरे-धीरे पाला बदल रहे हैं। जफर सरेशवाला के बीजेपी पर निशाना साधने से पहले रामदेव ने भी 2019 के चुनाव में किसी भी दल को समर्थन नहीं देने का ऐलान कर सनसनी पैदा कर चुके हैं।
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