कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने स्वर्ण मंदिर में टेका मत्था, कैप्टन अमरिंदर से की मुलाकात
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बीच अमृतसर में बैठक हुई। दोनों नेताओं ने कनाडा और पंजाब के मजबूत संबंध को आगे बढ़ाने को लेकर चर्चा की।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ स्वर्ण मंदिर में मत्था टेका। उन्होंने कनाडा में बड़े पैमाने पर बसे सिख और पंजाबी समुदाय की महत्व को रेखांकित किया। ट्रूडो अपने परिवार सहित मुंबई से अमृतसर के श्री गुरु राम दासजी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंचे और वहां से सीधे स्वर्ण मंदिर गए।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बीच अमृतसर में बैठक हुई। दोनों नेताओं ने कनाडा और पंजाब के बीच मजबूत संबंधों पर चर्चा की। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कनाडाई पीएम से मुलाकात के बाद कहा कि मैंने प्राथमिक मुद्दे के रूप में खालिस्तान का मुद्दा उठाया, क्योंकि कनाडा सहित कई देशों से उन्हें पैसे मिलते हैं।
सफेद रंग का कुर्ता पहने और सिर पर केसरिया रंग का सिरोपा बांधे ट्रूडो ने स्वर्ण मंदिर परिसर में अपनी पत्नी सोफी के साथ प्रवेश किया। कनाडा के प्रधानमंत्री के सिखों के पवित्र परिसर में प्रवेश के साथ ही ‘जो बोले सो निहाल सत श्री अकाल’ के नारे गूंजने लगे।
ट्रूडो ने पवित्र स्थान के दर्शन अपनी पत्नी और बच्चों के साथ किए। इस दौरान उनके साथ नवजोत सिंह सिद्धू भी मौज़ूद थे। अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में दर्शन करने के बाद ट्रूडो ने विजिटर्स बुक में अपने विचार लिखे, “इतने सुंदर और सार्थक जगह पर हमें इतना अच्छा सम्मान मिला। हम अनुग्रहित और विनम्र महसूस कर रहे हैं।”
ट्रूडो और उनके परिवार के सदस्य सबसे पहले लंगर कक्ष गए, जहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु लंगर और सेवा में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे। स्वर्ण मंदिर का लंगर कक्ष दुनिया की सबसे बड़ी सामुदायिक रसोई है।
ट्रूडो और उनका परिवार लंगर कक्ष में छोटे से स्टूल पर बैठ गया और फिर उन्होंने आटा गूंधा और रोटियां बेली।
ट्रूडो का यह दौरा कनाडा के लिए राजनीतिक और सामाजिक महत्व रखता है, क्योंकि देश में बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासी हैं, जिसमें से अधिकांश पंजाब के रहने वाले हैं।
इससे पहले हवाईअड्डे पर केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास राज्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी और पंजाब के पर्यटन मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने उनका स्वागत किया था।
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