काशीराम की जयंती पर चंद्रशेखर आजाद ने नई पार्टी का किया ऐलान, कहा- मर जाऊंगा, लेकिन धोखा नहीं दूंगा
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने अपनी नई राजनीतिक पार्टी का ऐलान कर दिया है। चंद्रशेखर आजाद ने अपनी पार्टी का नाम ‘आजाद समाज पार्टी’ रखा है। यूपी के नोएडा के सेक्टर 70 स्थित बसई गांव में उन्होंने संविधान की शपथ लेकर आजाद समाज पार्टी के गठन की घोषणा की।
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने अपनी नई राजनीतिक पार्टी का ऐलान कर दिया है। चंद्रशेखर आजाद ने अपनी पार्टी का नाम 'आजाद समाज पार्टी' रखा है। यूपी के नोएडा के सेक्टर 70 स्थित बसई गांव में उन्होंने संविधान की शपथ लेकर आजाद समाज पार्टी के गठन की घोषणा की। चंद्रशेखर आजाद ने बताया कि पार्टी का झंडा नीले रंग का होगा। इस दौरान सर्वसम्मति से चन्द्रशेखर आजाद को 'आजाद समाज पार्टी' का अध्यक्ष चुना गया।
नई पार्टी के नाम के एलान के दौरान भीम आर्मी के बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और नेता मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि कार्यक्रम में शामिल होने के लिए 28 पूर्व विधायक और 6 पूर्व सांसद भी पहुंचे थे। इस दौरान चंद्रशेखर ने कहा कि आज हमारे रहबर का जन्मदिन है इस एतिहासिक दिन हमने अपनी पार्टी की घोषणा की है। ये सिर्फ पार्टी नहीं एक मिशन है। मैं अपने महापुरुषों के मिशन को पूरा करना चाहता हूं।
चंद्रशेखर ने कहा मुझे न बिकने वाला नेता और न बिकने वाला समाज तैयार करना है। इस लड़ाई मुझे आप लोगों का सहयोग चाहिए। यानी इस लड़ाई में तमाम तरह के आरोप लगेंगे, लेकिन डरना नहीं लड़ना है। तमाम मुसीबतों के बाद मैं आगे बढ़ रहा हूं। चंद्रशेखर ने कहा कि 'मां-बहनों ने मुझे पैगाम भेजा है और कहा है कि तुम पर उम्मीद है, तुम धोखा मत देना। मैं मर जाऊंगा लेकिन धोखा नहीं दूंगा। हम किसी के एजेंडे पर काम नहीं करेंगे। हम नहीं मानते है मनुवादी एजेंडे को। हम सिर्फ संविधान को मानते है। काशीराम ने कहा था जो लोग नहीं बिकते उनकी तस्वीरें बिकती है मुझे यकीन है भीम आर्मी को खरीदने की किसी की औकात नहीं।
गौरतलब है कि नोएडा पुलिस ने भीम आर्मी के प्रमुख चन्द्रशेखर आजाद को गेस्ट हाउस में कार्यक्रम करने की अनुमति नहीं दी थी। इसके बावजूद भीम आर्मी के समर्थक कार्यक्रम स्थल का ताला तोड़कर गेस्ट हाउस के अंदर घुस गए । डीसीपी सेंट्रल जोन हरीश चंदर का कहना है कि भीम आर्मी को कार्यक्रम की कोई अनुमति नहीं दी गई। बावजूद लोगों ने जबरन गेट का ताला खोलकर कार्यक्रम शुरू किया है। जो कि गैरकानूनी है इसलिए कार्यक्रम आयोजित करने वालों और इसमें शामिल होने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी।
बता दें कि साल 2022 में यूपी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चंद्रशेखर का यह कदम पश्चिमी उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नया समीकरण बना सकता है। सहारनपुर में दलित और ठाकुरों में टकराव के बाद भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर चर्चा में आए थे।
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