भारत जोड़ो यात्रा: राहुल गांधी का भावुक संदेश, 'नफरत-बंटवारे की राजनीति में मैंने पिता को खो दिया, देश को नहीं खोऊंगा'

राहुल गांधी ने श्रीपेरंबुदुर में देश के पूर्व प्रधानमंत्री और अपने पिता राजीव गांधी के स्मारक पर पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद वह यहां आयोजित प्रर्थना सभा में शामिल हुए। उनके साथ कांग्रेस पार्टी के कई नेता भी इस सभा में शामिल हुए।

फोटो: @RahulGandhi
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नवजीवन डेस्क

कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की आज कन्याकुमारी से शाम 5 बजे औपचारिक शुरुआत होगी। इससे पहले श्रीपेरंबुदुर में देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की स्मृति में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में शामिल होने के बाद राहुल गांधी ने भावुक ट्वीट कर देश को एक संदेश दिया है।

राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, “नफरत और बंटवारे की राजनीति में मैंने अपने पिता को खो दिया। मैं अपने प्यारे देश को भी इसमें नहीं खोऊंगा। प्यार नफरत को जीत लेगा। आशा डर को हरा देगी। हम सब मिलकर मात देंगे।”


राहुल गांधी ने ट्वीट करने से पहले श्रीपेरंबुदुर में देश के पूर्व प्रधानमंत्री और अपने पिता राजीव गांधी के स्मारक पर पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद वह यहां आयोजित प्रर्थना सभा में शामिल हुए। उनके साथ कांग्रेस पार्टी के कई नेता भी इस सभा में शामिल हुए।

'भारत जोड़ो यात्रा' की औपचारिक शुरुआत आज शाम 5 बजे कन्याकुमारी में एक जनसभा के आयोजन के साथ होगी।

ऐसा रहेगा आज का कार्यक्रम:

  • 3:05 PM- 3:15 PM तिरुवल्लुवर स्मारक का दौरा

  • 3:25 PM - 3:35 PM विवेकानंद स्मारक का दौरा

  • 3:50 PM - 4:00 PM कामराज मेमोरियल

  • 4:10 PM - 4:30 PM महात्मा गांधी मंडपम में प्रार्थना सभा

  • 4:30 PM- 4:35 PM गांधी मंडपम में राष्ट्रीय ध्वज वितरण समारोह

  • 4:40 PM - 5:00 PM महात्मा गांधी मंडपम से बीच रोड तक भारत जोड़ी यात्रियों के साथ मार्च

  • 5:00- 6:30 PM औपचारिक रूप से भारत जोड़ी यात्रा शुरू करने के लिए सार्वजनिक बैठक


पदयात्रा का नेतृत्व राहुल गांधी करेंगे। पदयात्रा दो बैच में चलेगी, एक सुबह 7 से 10:30 बजे तक और दूसरी दोपहर 3:30 बजे से शाम 6:30 बजे तक। औसतन रोजाना लगभग 22-23 किमी चलने की योजना है। पार्टी ने राहुल गांधी समेत 119 नेताओं को 'भारत यात्रियों' के रूप में वर्गीकृत किया है, जो कन्याकुमारी से श्रीनगर तक पूरी दूरी तय करेंगे। कन्याकुमारी से श्रीनगर तक की 3,570 किलोमीटर की यह यात्रा लगभग पांच महीने में 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों से होकर गुजरेगी।

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