आरक्षण के विरोध के नाम पर कल भारत बंद, गृह मंत्रालय के निर्देशों के बाद कई शहरों में बढ़ी सुरक्षा, इंटरनेट बंद
सुप्रीम कोर्ट के एससी-एसटी ऐक्ट मामले में फैसले के विरोध में दलित संगठनों द्वारा 2 अप्रैल को किए गए भारत बंद के खिलाफ अब आरक्षण विरोधी कुछ संगठनों ने 10 अप्रैल को भारत बंद का ऐलान किया है।
एससी-एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ 2 अप्रैल को दलित संगठनों के भारत बंद के खिलाफ अब आरक्षण विरोधी संगठनों ने 10 अप्रैल को भारत बंद का ऐलान किया है। कथित सवर्ण समुदाय के कुछ संगठनों के बुलाए गए बंद को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकारों को एडवाइजरी जारी की है। खबरों के अनुसार, सोशल मीडिया पर जाति के आधार पर आरक्षण के विरोधी कई संगठनों द्वारा भारत बंद के आह्वान और इसके प्रचार प्रसार को देखते हुए गृहमंत्रालय ने राज्य सरकारों को सुरक्षा चाक-चौबंद करने और हिंसा रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने को कहा है। इसके तहत संवेदनशील स्थानों पर पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाना और बंद के दौरान उत्पात की आशंका वाले जगहों पर पुलिस बल की तैनाती के साथ ही धारा 144 लगाने के निर्देश भी शामिल हैं।
गृहमंत्रालय ने राज्य सरकारों को यह सुनिश्चित करने को कहा है कि इस दौरान किसी भी तरह का जान-माल का नुकसान नहीं होना चाहिए। यदि किसी क्षेत्र में ऐसा होता है, तो उसके लिए सीधे तौर पर उस इलाके के एसएसपी और डीएम को जिम्मेदार माना जाएगा।
आरक्षण विरोध संगठनों के भारत बंद को देखते हुए कई राज्य सरकारों ने गृह मंत्रालय के निर्देशों का पालन भी शुरू कर दिया है। दलित संगठनों के भारत बंद के दौरान सबसे ज्यादा हिंसा का शिकार हुए मध्य प्रदेश में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। राजधानी भोपाल के कमिश्नर ने भारत बंद को देखते हुए मंगलवार को शहर में धारा 144 लगाने का आदेश दिया है।
इस दौरान जिले में 6000 पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे। प्रशासन ने कहा है कि बंद के दौरान पुलिस विभाग सोशल मीडिया पर नजर रखेगा और अफवाहों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा 2 अप्रैल के भारत बंद के दौरान सर्वाधिक प्रभावित रहे भींड और मुरैना में भी प्रशासन ने एहतेयाती कदम उठाए हैं।
बंद को देखते हुए कई शहरों में इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी गई है। उत्तर प्रदेश सरकार ने गृह मंत्रालय की एडवाइजरी पर कदम उठाते हुए हापुड़ में सोमवार शाम 6 बजे से मंगलवार शाम 6 बजे तक के लिए इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी है। 10 अप्रैल को भारत बंद बुलाए जाने को देखते हुए जिला मजिस्ट्रेट ने यह आदेश जारी किया है।
वहीं, पिछले दिनों भारत बंद के दौरान और उसके बाद हुई हिंसा को देखते हुए कई शहरों में पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। राजस्थान के अलवर में पुलिस ने एहतेयात के तौर पर सोमवार शाम से ही शहर में पेट्रोलिंग बढ़ा दी है और सतर्कता बरती जा रही है। सवर्ण समाज की ओर से मंगलवार को बंद के आह्वान पर जयपुर पुलिस ने भी पूरी तरह से कमर कस ली है। संवेदनशीलता को देखते हुए जयपुर में सोमवार रात 10 बजे से 24 घंटों के लिए मोबाइल सेवा बंद करने के साथ ही धारा 144 लागू कर दी गई है। मंगलवार को राजधानी में धरने-प्रदर्शन और रैलियों पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। सुरक्षा के मद्देनजर सोमवार की शाम को भारी संख्या में आरएसी, बीएसएफ और आरएएफ के जवानों ने परकोटा सहित अन्य बाजारों में फ्लैग मार्च किया।
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