हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बीच पश्चिम बंगाल में BJP के बंद का मिला-जुला असर रहा, देखें तस्वीरें

बीजेपी ने मंगलवार को ‘नबान्न अभियान’ में भाग लेने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई के विरोध में बुधवार को ‘बंगाल बंद’ का आह्वान किया था जो आज सुबह छह बजे शुरू हुआ।

फोटो: PTI
फोटो: PTI
user

पीटीआई (भाषा)

पश्चिम बंगाल में बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के 12 घंटे के बंद के दौरान हिंसा की छिटपुट घटनाएं हुईं। राज्य के कई हिस्सों में बंद समर्थकों की पुलिस और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ झड़प हुई और बंद का मिला-जुला असर रहा।

उत्तर 24 परगना जिले के भाटपाड़ा से झड़प होने की खबरें सामने आईं, जहां बीजेपी ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के ‘‘गुंडों’’ ने उसके स्थानीय नेता प्रियांगु पांडे की कार पर गोलीबारी की और इस घटना का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया मंच पर साझा किया।

बीजेपी के नेताओं ने दावा किया कि हालांकि पांडे सुरक्षित बच गए, लेकिन वाहन के चालक और पार्टी के एक कार्यकर्ता के सिर में गोली लग गई जिन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

पुलिस ने बताया कि स्थानीय एंग्लो-इंडिया जूट मिल के बाहर कुछ लोगों ने दो व्यक्तियों की कथित तौर पर पिटाई की।

हिंसा के बाद बीजेपी के स्थानीय नेता अर्जुन सिंह और तृणमूल कांग्रेस के नेता सोमनाथ श्याम के बीच झड़प हो गई, जिससे तनाव और बढ़ गया तथा पुलिस को संघर्षरत समूहों को तितर-बितर करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।

सिंह ने कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस से जुड़े उपद्रवियों ने गोलियां चलाईं। यदि पुलिस नहीं होती तो हम तृणमूल कांग्रेस को दिखा देते कि जनता की ताकत कैसी होती है।’’


श्याम ने कहा कि बीजेपी नेता ‘‘शांतिपूर्ण क्षेत्र में हिंसा भड़काने’’ की कोशिश कर रहे हैं। सुबह से ही सड़कों और रेल पटरियों को अवरुद्ध करने के लिए पूर्व राज्यसभा सदस्य रूपा गांगुली और लॉकेट चटर्जी तथा राज्यसभा सदस्य समिक भट्टाचार्य और विधायक अग्निमित्रा पॉल समेत कई बीजेपी नेताओं को हिरासत में लिया गया है।

बीजेपी ने मंगलवार को ‘नबान्न अभियान’ में भाग लेने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई के विरोध में बुधवार को ‘बंगाल बंद’ का आह्वान किया था जो आज सुबह छह बजे शुरू हुआ।

कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में एक महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग करते हुए राज्य सचिवालय (नबान्न) तक मार्च निकाला गया था। यह मार्च एक नवगठित छात्र समूह ‘छात्र समाज’ ने आयोजित किया था।

इस बंद से राज्य में जनजीवन आंशिक रूप से प्रभावित हुआ और कई लोग सड़कों पर उपद्रव की आशंका से अपने घरों में ही रहे।

राजधानी कोलकाता में सड़कों पर चहल-पहल कम रही। सड़कों पर बहुत कम बस, ऑटो रिक्शा और टैक्सी नजर आईं। निजी वाहनों की संख्या भी कम रही। हालांकि, बाजार और दुकानें पहले की तरह खुले रहे।

स्कूल और कॉलेज खुले थे लेकिन छात्रों की संख्या बेहद कम रही। कोलकाता में अंग्रेजी माध्यम के कई विद्यालयों ने कक्षाएं निलंबित कर दीं।

ज्यादातर निजी कार्यालयों में कर्मचारियों की उपस्थिति बेहद कम रही क्योंकि उन्हें घर से काम करने को कहा गया था। सरकारी कार्यालयों में उपस्थिति पहले की तरह सामान्य रही।

बंद लागू करवाने की कोशिश करने पर राज्य में बीजेपी के कई नेताओं को हिरासत में ले लिया गया।

हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बीच पश्चिम बंगाल में  BJP के बंद का मिला-जुला असर रहा, देखें तस्वीरें

गांगुली और पॉल को दक्षिण कोलकाता के गरियाहाट इलाके से तब हिरासत में ले लिया गया जब वे व्यापारियों से दुकानें बंद करने और लोगों से बंद का समर्थन करने का अनुरोध कर रही थीं।

चटर्जी को श्यामबाजार से उस वक्त हिरासत में लिया गया जब वह एक प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही थीं जबकि भट्टाचार्य को सॉल्ट लेक सेक्टर-5 में विप्रो मोड़ से हिरासत में लिया गया।

कोलकाता के वार्ड 50 के पार्षद सजल घोष को पास के कोले बाजार में बंद को लागू करने की कोशिश के दौरान बीजेपी और तृणमूल समर्थकों के बीच हाथापाई होने के तुरंत बाद सियालदाह में उनके आवास से हिरासत में ले लिया गया।

इसके बाद, उनकी पत्नी तानिया घोष ने पुलिस पर बिना किसी वारंट के उनके पति को हिरासत में लेने का आरोप लगाते हुए एक रैली निकाली।

बाद में, उपायुक्त (मध्य) इंदिरा मुखर्जी ने कहा कि घोष को उकसावे वाली टिप्पणियां करने पर गिरफ्तार किया गया है।

हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बीच पश्चिम बंगाल में  BJP के बंद का मिला-जुला असर रहा, देखें तस्वीरें

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने बागुईहाटी में एक जुलूस का नेतृत्व किया और इस दौरान उन्हें रोकने की कोशिश कर रही पुलिस के साथ उनकी बहस हुई। पूर्व सांसद देबाश्री चौधरी और सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ता भी उनके साथ थे।

प्रदर्शन के बाद मजूमदार मध्य कोलकाता गए और अपने समर्थकों के साथ प्रदेश बीजेपी मुख्यालय के बाहर सीआर एवेन्यू को अवरुद्ध कर दिया। उनकी इस मुख्य सड़क से अवरोध हटाने के लिए आए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ तीखी नोकझोंक हुई।

अलीपुरद्वार में बीजेपी सांसद मनोज तिग्गा को बंद लागू करवाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया।

पूर्वी रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि बंद समर्थकों ने राज्य में उसके अधिकार क्षेत्र में आने वाले 49 स्थानों पर रेल की पटरियां अवरुद्ध कर दीं।

उन्होंने बताया कि ज्यादातर स्थानों पर अवरोध हटा दिया गया लेकिन नौ स्टेशन पर अवरोध जारी रहा, जिनमें से ज्यादातर स्टेशन सियालदाह दक्षिण खंड पर हैं।

हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बीच पश्चिम बंगाल में  BJP के बंद का मिला-जुला असर रहा, देखें तस्वीरें

बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बंद के समर्थन में उत्तर 24 परगना के बनगांव स्टेशन, दक्षिण 24 परगना के गोचरण स्टेशन और मुर्शिदाबाद स्टेशन पर प्रदर्शन किया। उत्तर 24 परगना के बैरकपुर स्टेशन पर उस समय तनाव व्याप्त हो गया, जब बीजेपी समर्थक और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए।

उत्तर 24 परगना जिले के भाटपाड़ा में बीजेपी ने आरोप लगाया कि उसके दो कार्यकर्ताओं को गोली मारी गई है।

बालुरघाट के सरकारी बस स्टैंड इलाके, हुगली के कोन्नगर और पश्चिम बर्धमान के आसनसोल से बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की खबरें मिलीं।

सड़कों पर बीजेपी समर्थकों के धरना प्रदर्शन के कारण उत्तरी पश्चिम बंगाल के कूचबिहार, अलीपुरद्वार, सिलीगुड़ी और मालदा तथा राज्य के दक्षिणी हिस्से में पुरुलिया, बांकुड़ा और कुछ अन्य स्थानों पर कुछ समय के लिए सार्वजनिक परिवहन सेवाएं बाधित हुईं।

विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने अपने गृह जिले पूर्व मेदिनीपुर के नंदीग्राम में एक विरोध मार्च की अगुवाई की।

हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बीच पश्चिम बंगाल में  BJP के बंद का मिला-जुला असर रहा, देखें तस्वीरें

मालदा में एक सड़क अवरुद्ध करने को लेकर तृणमूल तथा बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। पुलिस ने कार्रवाई कर भीड़ को तितर-बितर किया।

भारतीय जूट मिल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राघवेन्द्र गुप्ता ने कहा कि उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिलों की कुछ जूट मिल को छोड़कर ज्यादातर मिल में कामकाज जारी रहा।

हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बीच पश्चिम बंगाल में  BJP के बंद का मिला-जुला असर रहा, देखें तस्वीरें

बंदरगाह पर परिचालन भी सामान्य रहा। श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह के प्रवक्ता संजय मुखर्जी ने बताया कि कोलकाता और हल्दिया दोनों बंदरगाहों पर कामकाज सामान्य रहा।

व्यापार मंडल के एक अधिकारी ने बताया कि सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र और प्रमुख औद्योगिक घरानों पर बंद का कोई असर नहीं पड़ा।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia