पुलवामा हमले की कई देशों ने की कड़ी निंदा, जानें अमेरिका और रूस ने क्या कहा
शहीद जवानों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए अमेरिकी विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता रॉबर्ट पैलाडिनो ने कहा कि, “भारत के जम्मू कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकवादी हमले की अमेरिका कड़े शब्दों में निंदा करत है।“
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले की अमेरिका, रूस, फ्रांस, मालदीव, भूटान, श्रीलंका सहति कई देशों ने कड़ी निंदा की है। अमेरिका ने पुलवामा में सीआरपीएफ पर हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए सभी देशों से आतंकवादियों को पनाह नहीं देने की अपील की है। हमले की निंदा करते हुए अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा है कि वह आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए भारत सरकार के साथ काम करने को प्रतिबद्ध है। शहीद जवानों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए अमेरिकी विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता रॉबर्ट पैलाडिनो ने कहा कि, “भारत के जम्मू कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए
आतंकवादी हमले की अमेरिका कड़े शब्दों में निंदा करत है।“
रॉबर्ट पैलाडिनो ने आगे कहा, "संयुक्त राष्ट्र की ओर से आतंकवादी घोषित पाकिस्तान स्थित आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद ने इस जघन्य कृत्य की जिम्मेदारी ली है। हम सभी देशों से आग्रह करते हैं कि वे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का पालन करें ताकि आतंकवादियों को सुरक्षित पनाहगाह और समर्थन देने से बचा जा सके"।
पुलवामा आतंकी हमले की संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने कड़ी निंदा की है। साथ ही संयुक्त राष्ट्र ने शोक संतृप्त परिवारों के लिए संवेदना जताई है। संयुक्त राष्ट्र की ओर से कहा गया, 'हम जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए हमले की कड़ी निंदा करते हैं। जिन परिवारों ने अपनों को खोया है हमारी उनके प्रति गहरी संवेदना है। हम सभी घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं और हमले के जिम्मेदार सभी लोगों को जल्द से जल्द कठघरे में लाया जाएगा।'
भारत स्थित रुसी दूतावास ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि हम आतंक के हर रुप की कड़ी से कड़ी निंदा करते हैं। इस तरह के हमलों का कठोर से कठोर जवाब दिया जाएगा। पीड़ित परिवारों के साथ हमारी पूरी संवेदना है और घायलों के जल्द स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं।
भूटान सरकार ने अपने बयान में कहा कि, कश्मीर में खतरनाक आतंकवादी हमले की जानकारी मिली, जिसमें 30 से ज्यादा भारतीय सुरक्षा जवान शहीद हो गए। हम इस तरह के अमानवीय और कायरतापूर्ण करतूत की निंदा करते हैं। हमारी संवंदना पीड़ित परिवार के साथ, भारत की जनता के साथ और भारत सरकार के साथ है।
श्रीलंका के पीएम रानिल विक्रमासिंघे ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि कश्मीर के पुलवामा में हुए क्रूर आतंकी हमले की निंदा करते हैं। 1989 से लेकर अब तक जम्मू कश्मीर के इतिहास में सबसे बड़ा आतंकी हमला। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ और पीड़ित परिवारों के साथ हमारी पूरी संवेदना है।
फ्रांसीसी दूतावास की तरफ से भी कश्मीर के पुलवामा जिले मे हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा है। इसके साथ ही आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठाने की सलाह दी है। इसके साथ ही फ्रांस ने हमले में शहीद जवानों के परिजनों और देश की जनता के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की है।
मालदीव के विदेश मंत्रालय ने भी भारत के पुलवामा में हुए इस आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की है। इसे लेकर मालदीव विदेस मंत्रालय ने एक प्रेस रिलीज जारी कर पीड़ितों और देश की जनता के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की है।
बता दें कि बृहस्पतिवार को हुए हमले में सीआरपीएफ के 44 से ज्यादा जवान शहीद हो गए जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। जैश के एक आत्मघाती हमलावर ने पुलवामा जिले में सीआरपीएफ की एक बस में विस्फोटक लदे वाहन से टक्कर मार दिया। जिससे हुए विस्फोट में सैनिक शहीद हुए हैं। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश ए-मोहम्मद ली है।
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