जम्मू-कश्मीर: उनके काफिले के लिये यातायात न रोका जाए; कार्यभार संभालने के बाद सीएम अब्दुल्ला का आदेश
मुख्यमंत्री के रूप में 2009 से 2014 तक अपने पहले कार्यकाल में उमर अब्दुल्ला ने अपने काफिले को यातायात संकेतों का पालन करने का निर्देश देकर एक उदाहरण प्रस्तुत किया था।
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि सड़क मार्ग से यात्रा करते समय उनके काफिले को गुजारने के लिये आम लोगों के वास्ते यातायात न रोका जाए। उन्होंने लोगों को असुविधा से बचाने के लिए यह कदम उठाने को कहा।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, जो 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के बाद से केंद्र शासित प्रदेश में पहली निर्वाचित सरकार है।
शपथ लेने के तीन घंटे से भी कम समय में अब्दुल्ला ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “मैंने जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक से बात की है कि जब मैं सड़क मार्ग से कहीं जाऊं तो कोई ‘ग्रीन कॉरिडोर’ या अन्य लोगों के लिये यातायात न रोका जाए। मैंने उन्हें निर्देश दिया है कि लोगों को असुविधा न हो इसका ध्यान रखा जाए और सायरन का इस्तेमाल कम से कम किया जाए।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “किसी भी तरह की लाठी लहराने या आक्रामक हाव-भाव के इस्तेमाल से पूरी तरह परहेज किया जाना चाहिए। मैं अपने कैबिनेट सहयोगियों से भी यही उदाहरण अपनाने को कह रहा हूं। हर चीज में हमारा आचरण लोगों के अनुकूल होना चाहिए। हम यहां लोगों की सेवा करने के लिए हैं, उन्हें असुविधा पहुंचाने के लिए नहीं।”
मुख्यमंत्री के रूप में 2009 से 2014 तक अपने पहले कार्यकाल में अब्दुल्ला ने अपने काफिले को यातायात संकेतों का पालन करने का निर्देश देकर एक उदाहरण प्रस्तुत किया था।
पीटीआई के इनपुट के साथ
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