यूपी: बूचड़खाने बंद होने से नरभक्षक बने कुत्ते, 3 बच्चों की मौत पर लोगों ने 13 कुत्तों को उतारा मौत के घाट
उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में आवारा कुत्तों के काटने से एक दिन में तीन बच्चों की मौत हो गई। घटना से नाराज ग्रामीणों ने भी 13 कुत्तों को मार डाला।
योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली प्रदेश की बीजेपी सरकार ने पिछले साल प्रदेश के तमाम बूचड़खानों को बंद करा दिया था, जहां से आवारा कुत्तों को जानवरों के बचे-खुचे हिस्सों के रूप में खाने को कुछ मिल जाया करता था। लेकिन अब प्रदेश के अधिकांश बूचड़खानों पर ताले लटकने की वजह से आवारा कुत्तों को खाने के लाले पड़ गए हैं, जिसकी वजह से वे अब इंसानों के बच्चों पर हमला कर रहे हैं।
ताजा मामला उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले का है। जहां के खैराबाद गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना में आवारा कुत्तों के काटने से 3 बच्चों की मौत हो गई। 1 मई को अलग-अलग घटनाओं में आवारा कुत्तों ने गांव में 12 साल से कम उम्र के तीन बच्चों की जान ले ली। बताया जा रहा है कि ये बच्चे गांव के एक बागीचे में आम चुनने गए थे। इस घटना से नाराज ग्रामीणों ने बच्चों की मौत का बदला लेने के लिए गांव के आवारा कुत्तों को मारना शुरू कर दिया है। अब तक ग्रामीणों ने 13 कुत्तों को मार डाला है।
गौरतलब है कि सीतापुर में ये कोई पहली घटना नहीं है। बीते 4 महीनों में कुत्तों के काटने से जिले में 14 बच्चों की मौत हो चुकी है। ग्रामीणों की लगातार गुहार और अखबारों में खबरें छपने के बावजूद प्रशासन या अधिकारियों की तरफ से अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिसका नतीजा मंगलवार को कुत्तों के काटने से तीन बच्चों की मौत से सामने आया।
जिले के पुलिस कप्तान सुरेशराव ए कुलकर्णी ने बच्चों के मौत की पुष्टि करते हुए बताया, "मामले की जांच से पता चला है कि जिस वक्त बच्चों पर हमला हुआ उस वक्त वो अकेले थे।" उन्होंने जनवरी से लेकर अब तक हुई कई मौतों की घटना को स्वीकार किया, लेकिन कोई आंकड़ा नहीं होने की बात कही। पुलिस कप्तान ने कहा कि आवारा कुत्तों पर नियंत्रण के लिए पशु डॉक्टरों और वन अधिकारियों की एक टीम बनाई गई है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में आवारा कुत्तों के हिंसक होने और इंसानों पर हमला करने की ये कोई पहली घटना नहीं है। दो दिन पहले अलीगढ़ जिले के सरकारी अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस के मुर्दाघर में रखे एक शव को आवारा कुत्तों द्वारा नोंचने का मामला सामने आया था। इस घटना ने आवारा कुत्तों के आतंक के साथ ही प्रशासन की लापरवाही और असंवेदनशीलता की पोल खोलकर रख दी।
इससे पहले भी प्रदेश के कई जिलों में इंसानों पर कुत्तों के हमले की खबरें आ चुकी हैं। जिले के कई अधिकारी नाम न छापने की शर्त पर प्रदेश के बूचड़खानों के बंद होने को इस घटना की वजह बता रहे हैं। प्रदेश की कमान संभालने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने राज्य के सभी बूचड़खानों को बंद करा दिया है। जिसका नतीजा अब आवारा कुत्तों के इंसानों पर हमला करने के रूप में सामने आया है।
एक अनुमान के मुताबिक भारत में करीब 2 करोड़ आवारा कुत्ते हैं। ये कुत्ते हर साल लगभग 1.7 करोड़ लोगों को काटते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में हर साल 20 हजार लोग रेबीज की वजह से मर जाते हैं। ऐसे में अगर जल्द ही उत्तर प्रदेश की सरकार इस दिशा में कोई कदम नहीं उटाती है तो आने वाले दिनों में स्थिति और भायवह हो सकती है।
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