'तिरुपति बालाजी के प्रसाद में मिलावट राज्य सरकार की असफलता', संदीप दीक्षित ने राज्य सरकार से पूछे सवाल

उन्होंने आंध्र प्रदेश के उप मुख्यमंत्री पवन कल्याण पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने सनातन धर्म बोर्ड बनाने की मांग की थी। इस पर उन्होंने कहा कि वह अपने प्रदेश में कुछ भी करें यह उनका काम है, लेकिन इसके लिए सामान्य कानून है।

तिरुपति बालाजी के प्रसाद में मिलावट राज्य सरकार की असफलता: संदीप दीक्षित
तिरुपति बालाजी के प्रसाद में मिलावट राज्य सरकार की असफलता: संदीप दीक्षित
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आईएएनएस

आंध्र प्रदेश के विश्व प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर में प्रसाद के लड्डू में घी की जगह जानवरों की चर्बी और फिश ऑयल इस्तेमाल करने पर कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने राज्य सरकार पर नाराजगी व्यक्त की है। 

उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि यह बहुत स्तब्ध कर देने वाली खबर है। तिरुपति एक ऐसा मंदिर है, ऐसा देवस्थान है, जिससे करोड़ों भारतीयों की आस्था जुड़ी है। जब हमारा कोई म‍ित्र, कोई सहयोगी तिरुपति मंदिर जाता है, तो हम लोग वहां के लड्डू का इंतजार करते हैं। मुझे लगता है कि यह लड्डू हिंदुस्तान के प्रसिद्ध चीजों में से एक है। आदमी को प्रसाद के साथ ही भगवान के दर्शन हो जाते हैं। उस चीज में अगर ऐसी मिलावट कोई कर दे, तो यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। मामले की जांच की जानी चाहि‍ए, यह मिलावट कहां से हुई? इसके पीछे कौन हैं? तभी इस मामले में पूरा खुलासा होगा। तिरुपति बहुत बड़ी संस्था है, उसमें सरकार के लोग भी होते हैं। उनकी देखरेख में अगर ऐसी बात हो रही है तो यह स्पष्ट रूप से उसकी असफलता है।


उन्होंने आंध्र प्रदेश के उप मुख्यमंत्री पवन कल्याण पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने सनातन धर्म बोर्ड बनाने की मांग की थी। इस पर उन्होंने कहा कि वह अपने प्रदेश में कुछ भी करें यह उनका काम है, लेकिन इसके लिए सामान्य कानून है। आप सामान्य कानूनों को ही यदि ढंग से लागू कराएंगे तो ऐसी दिक्कत नहीं होगी। खाद्य एक्ट है, फूड इंस्पेक्टर होते हैं। वह इसकी जांच करते हैं। जांच के लिए बड़ी- बड़ी प्रयोगशालाएं बनी हुई हैं। इसके लिए किसी भी नए बोर्ड की स्थापना की जरूरत नहीं है। वह नए-नए उपमुख्यमंत्री बने हैं। मेरा पवन कल्याण जी से निवेदन है कि वह अपनी सरकार से कहें कि सामान्य कानूनों को सुचारू रूप से लागू कराएं, तो 99 फीसदी ऐसी गलतियां नहीं होंगी।

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