राजस्थान पुलिस के रवैये से तंग शख्स की कोर्ट परिसर में आत्महाद की कोशिश, मंत्री के बेटों ने उनके बेटे पर किया था जानलेवा हमला 

अलवर में कोर्ट परिसर में एक व्यक्ति ने आत्मदाह की कोशिश की। व्यक्ति का आरोप है कि उनके बेटे पर जानलेवा हमला करने वाले मंत्री हेमसिंह भड़ाना के पुत्रों को राजस्थान पुलिस बचा रही है।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया
user

नवजीवन डेस्क

राजस्थान सरकार में मंत्री हेमसिंह भड़ाना के दो बेटों और उनके साथियों पर 19 दिसंबर को एक युवक का अपहरण कर उसे बेरहमी से पीटने का आरोप लगा था। ताजा मामला यह है कि पीड़ित के पिता ने राजस्थान पुलिस से रवैये से तंग आकर 25 दिसंबर को अलवर कोर्ट परिसर में आत्मदाह करने कोशिश की। लेकिन कोर्ट में पहले से ही मौजूद पुलिस ने व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया। उनके बेटे की इतनी पिटाई की गई थी कि उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती करना पड़ा था।

पीड़ित के पिता का कहना है कि मंत्री हेमसिंह भड़ाना के बेटों को पुलिस बचा रही है। उनका आरोप है कि पीड़ित पक्ष का बयान दर्ज करने और उनसे पूछताछ के बाद भी मंत्री के बेटों से न तो पूछताछ हुई है और न ही अब तक कोई गिरफ्तारी। इसी बात से पीड़ित के पिता बेहद आहत हैं। कोर्ट में गिरफ्तारी के बाद पीड़ित के पिता ने कहा, “पुलिस मंत्री हेमसिंह भड़ाना के इशारों पर काम कर रही है, जिसकी वजह से उनके बेटे को न्याय नहीं मिल सकता। ऐसे हालात में उनका मर जाना ही बेहतर है।”

पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए व्यक्ति ने कोर्ट में आत्मदाह की चेतावनी दी थी, जिसकी खबर के बाद पुलिस पहले से ही कोर्ट परिसर में मौजूद थी। कोर्ट में व्यक्ति को देखते ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि शांति भंग करने के आरोप में पीड़ित के पिता को गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेश किया गया, जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया। पूरे मामले में हैरानी की बात यह है कि जिस पुलिस ने पीड़ित के पिता की गिरफ्तारी में इतनी मुस्तैदी दिखाई, उस पुलिस ने अब तक मंत्री के बेटों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।

मंत्री हेमसिंह भड़ाना के बेटों के खिलाफ अब तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई इस बारे में पुलिस ने कुछ नहीं कहा है। इस बीच मंत्री हेमसिंह भड़ाना के बेटों और उनके साथियों द्वारा जानलेवा हमले में घायल तेजसिंह को 6 दिन बाद 25 दिसंबर की शाम को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia